पाकिस्तान की भाषा बोलने वालों की जगह जेल : शिंदे

Last Updated 09 May 2024 01:57:42 PM IST

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि भारत में रहकर पाकिस्तान की भाषा बोलने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।




महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं विजय वडेट्टीवार और फारूक अब्दुल्ला के बयानों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को लेकर उनकी हताशा करार दिया। शिंदे ने कहा, ‘ये लोग पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। क्या यह देश से गद्दारी नहीं है? प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश भर में देशभक्ति की जो लहर चली है, उसे वे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। यह कांग्रेस का हाथ, पाकिस्तान के साथ जैसा है।’

उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र और केंद्र में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान राज्य के लिए ’कुछ नहीं’ किया। शिंदे ने कहा, ’वह इतने लंबे समय तक महाराष्ट्र की राजनीति, राष्ट्रीय राजनीति में रहे हैं। इस दौरान महाराष्ट्र काफी प्रगति कर चुका होता। वह कृषि मंत्री भी थे। हमारी सरकार ने किसानों के लिए जो किया है, वह अब तक कोई सरकार नहीं कर पाई। मैं यह बात पूरे विास के साथ कह सकता हूं।’उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को 6,000 रुपये दे रही है, जबकि राज्य सरकार अलग से 6,000 रुपये दे रही है, लिहाजा किसानों को हर साल 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ’उन्हें मुफ्त में फसल बीमा मिल रहा है। किसानों के लिए बहुत सारी योजनाएं हैं और हमारी सरकार उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।’

शिंदे ने विपक्षी दलों के कई नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ’वे पाकिस्तान के पक्ष में और उसकी भाषा में बोल रहे हैं। यह उनका ही दुर्भाग्य है। लेकिन हम उन लोगों को नहीं छोड़ेंगे जो हमारे देश के खिलाफ बोलते हैं। इन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाकर उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।’ शिंदे ने कहा, ’ये लोग भारत में रहते हैं और पाकिस्तान की प्रशंसा करते हैं। अगर फारूक अब्दुल्ला पूछते हैं कि क्या पाकिस्तान ने चूड़ियां पहन रखी हैं, तो ये लोग कौन हैं? क्या ये पाकिस्तानी हैं या हिंदुस्तानी हैं? क्या वे गद्दार हैं या हमारे अपने नागरिक हैं?  मुख्यमंत्री ने कहा, ’इसी तरह, शहीद हेमंत करकरे की मौत पर सवाल उठाना कैसी देशभक्ति है?

यह कहना कि कसाब की गोली उन्हें नहीं लगी, यह तो वही बात है जो पाकिस्तान कहता था। पाकिस्तान भी कह रहा था कि कसाब उसका आदमी नहीं था, लेकिन आखिरकार में उसे मानना पड़ा कि वह पाकिस्तानी नागरिक था।’ शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल में जो काम किया है, वह हर किसी के देखने लायक है और इनमें महिलाओं व युवाओं के लिए योजनाएं, बुनियादी ढांचा परियोजनाएं और सड़क, रेल, वायु व जल कनेक्टिविटी योजनाएं शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ’आज पूरी दुनिया में भारत की चर्चा सम्मान के साथ होती है। यह बदलाव आया है। आज भारत बोलता है और दुनिया सुनती है। पहले ऐसा नहीं था। अब यह मजबूर सरकार नहीं, मजबूत सरकार है। इसलिए हम बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक से पुलवामा का बदला ले सके।’ उन्होंने कहा, ’यह हमारे देश की ताकत है जो विपक्ष को पसंद नहीं आ रही है। वे इसे पचा नहीं पा रहे हैं।’

भाषा
ठाणे


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