भारत निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में मतदान के उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले सभी वाहनों में 'जीपीएस लोकेशन ट्रैकिंग प्राणाली' लगाने का निर्णय लिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
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उन्होंने सोमवार को बताया कि इस संबंध में चुनाव कर्मचारियों को जानकारी दे दी गयी है।
अधिकारी ने बताया कि ‘जीपीएस ट्रैकिंग प्रणाली’ का उपयोग चुनाव से एक दिन पहले वितरण/प्रसार केंद्र और प्राप्ति केंद्र (डीसीआरसी) से मतदान केंद्र तक ईवीएम और अन्य मतदान सामग्री की आवाजाही की निगरानी के लिए किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसका उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए भी किया जाएगा कि ईवीएम को मतदान के बाद ‘स्ट्रांग कक्ष’ में ले जाने के दौरान उनमें छेड़छाड़ नहीं की जाए।
अधिकारी के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने प्रशासन से कहा है कि अगर कोई गड़बड़ी नजर आती है तो तुरंत कार्रवाई की जाए, साथ ही संबंधित वाहनों के चालकों और ईवीएम के प्रभारी कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाए।
इसी बीच, आयोग ने सोमवार को स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव अर्नब चटर्जी को संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया।
एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि राहुल नाथ के स्थान पर चटर्जी को संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीट पर सात चरण में चुनाव होगा जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल से होगी।