पाकिस्तान की पोल खोलने की कमान मिलने पर शशि थरूर ने केंद्र को कहा शुक्रिया, लेकिन कांग्रेस की दी गई लिस्ट से नाम गायब
पाकिस्तान को पूरी दुनिया में बेनकाब करने के लिए मोदी सरकार ने ऑल पार्टी डेलिगेशन बना दी है। यह डेलिगेशन दुनिया भर के देशों में जाकर पहलगाम हमले और उसके बाद पाकिस्तान पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर झूठे प्रचार की पोल खोलेगा।
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ऑपरेशन सिंदूर पर मोदी सरकार की डेलिगेशन की लिस्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर का भी नाम है लेकिन कांग्रेस की ओर से सरकार को दी गई लिस्ट में शशि थरूर का नाम गायब है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने 40 सांसदों की सात टीम बनाई है, जिसमें सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के सांसद ही नहीं, बल्कि विपक्षी दल के भी सांसद है, जो विदेशों का दौरा कर
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की पोल खोलेंगे। कांग्रेस नेता शशि थरूर को सरकार ने अमेरिका जोन की कमान सौंपी है। वह कुछ यूरोपीय देशों में भी पाकिस्तान की पोल खोलेंगे।
दूसरी ओर कांग्रेस ने विदेश में भारत के पक्ष को मजबूती से रखने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए अगले सप्ताह से विभिन्न देशों का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए अपने चार नेताओं आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम सरकार को दिए हैं, इस लिस्ट में शशि थरूर का नाम शामिल नहीं है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश का कहना है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू को पत्र लिखकर ये नाम दिए।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भारत के रुख को समझाने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए चार सांसदों के नाम प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।’
उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसदीय कार्य मंत्री को कांग्रेस की ओर से चार नाम देते हुए पत्र लिखा।
रमेश के अनुसार, राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल के लिए आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का नाम दिया है।
इस बीच खुद शशि थरूर ने भी एक्स पर पोस्ट किया और विदेश जाने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय हित की बात होगी तो वह सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
लोकसभा सदस्य थरूर ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हाल की घटनाओं पर हमारे देश का दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए पांच प्रमुख राजधानियों में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए भारत सरकार के निमंत्रण से मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘जब राष्ट्रीय हित की बात हो और मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो तो मैं उपलब्ध रहूंगा। जय हिंद।’
I am honoured by the invitation of the government of India to lead an all-party delegation to five key capitals, to present our nation’s point of view on recent events.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 17, 2025
When national interest is involved, and my services are required, I will not be found wanting.
Jai Hind! pic.twitter.com/b4Qjd12cN9
गौरतलब है कि सरकार इस महीने के अंत में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों में भेजेगी ताकि पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के भारत के संदेश को लोगों तक पहुंचाया जा सके।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद संजय झा, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे। इनमें से चार नेता सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हैं, जबकि तीन विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन से हैं।
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