Rahul Gandhi की सांसदी बहाली पर खरगे ने क्यों ऐसे खिलाई मिठाई ?
राहुल गांधी की सदस्यता बहाल हो गई। कांग्रेस पार्टी के अंदर ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। हालांकि कांग्रेसियों को यह ख़ुशी उसी दिन मिल गई थी, जिस दिन सुप्रीम कोर्ट से राहुल गांधी के पक्ष में आदेश आया था। यानी उनकी सजा पर रोक लग गई थी।
![]() राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ख़ुशी |
राहुल गांधी अब लोकसभा में बोलते हुए भी दिख जाएंगे। उनकी घर वापसी पर सबने अपने- अपने तरीके से खुशियां मनाईं, लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का ख़ुशी मानाने का तरिका सबसे अलग था। जैसे ही लोकसभा सचिवालय से राहुल गाँधी की सदस्यता बहाली की चिट्ठी मिली, उसे दखकर कांग्रेसियों के चेहरे खिल उठे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने सबको मिठाई खिलाईं। लेकिन यहाँ मामला मिठाई खिलाने भर का नहीं है, बल्कि मिठाई खिलाने के तरीके से है। पार्टी का मुखिया होने के नाते और साथ ही साथ इण्डिया गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका में रहने वाली कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने अपने आचरण से भी बड़ा भाई होने का परिचय दिया।
उन्होंने सिर्फ कांग्रेस के सांसदों को ही नहीं बल्कि सपा ,राजद और उद्धव ठाकरे की शिव सेना के सांसदों को भी अपने हाथों से मिठाईयां खिलाईं। खरगे ने किसी भी सांसद को मिठाई उनके हाथों में नहीं दीं बल्कि उन्होंने सबके मुंह में मिठाईं खिलाईं। खरगे ने सिर्फ वक्त की नजाकत को ही नहीं समझा बल्कि उन्होंने गठबंधन के धर्मों को भी बखूबी समझकर अपने उच्च आचरण का परिचय दिया। वैसे राजनेता कुछ भी करते हैं, तो उसमें राजनीति देखने की पुरानी परम्परा रही है। लिहाजा खरगे का मिठाईं खिलाना भी एक राजनीति का हिस्सा हो सकता है। चूँकि राहुल गांधी की सदस्यता बहाली को लेकर ना सिर्फ कांग्रेसी खुश है बल्कि इण्डिया गठबंधन के सभी नेता भी उतने ही खुश हैं।
राहुल गांधी की सदस्यता बहाली को इण्डिया गठबंधन अपनी एक बड़ी जीत मान रहा है। लेकिन इस बड़ी जीत को और भी बड़ा बना दिया मल्लिकार्जुन खरगे ने। एक तरह से उन्होंने मिठाई खिलाने के बहाने इण्डिया गठबंधन के साथियों को यह भी बता दिया कि वो हर एक जीत में इसी तरह बड़े भाई की भूमिका निभाते रहेंगे। ख़ुशी छोटी हो या फिर बड़ी, हमेशा वो बड़े भाई की तरह आचरण करते रहेंगे। खरगे के इस आचरण को लेकर निश्चित तौर पर विपक्ष के बाकी नेताओं के बीच चर्चा होगी। विपक्ष के नेता निश्चित ही खरगे के इस अंदाज को देखकर मुतमईन हुए होंगे। यानि कुल मिलाकर खरगे ने मिठाई खिलाने के बहाने सत्ताधारी पार्टी यानि बीजेपी को यह बता दिया कि वो विपक्ष को एकजुट करने में कोई कोर कसार नहीं छोड़ने वाले हैं। साथ ही साथ उन्होंने विपक्ष के नेताओं को भी यह बता दिया कि अगर बीजेपी से मुकाबला करना है तो इसी तरह से इण्डिया गठबंधन के सभी नेताओं को मिल जुलकर रहना होगा, सबको एक बराबर समझना होगा।
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