Biparjoy Cyclone आज तट से टकराएगा, NDRF की 33 टीमें तैयार, डैमेज कंट्रोल की फुल तैयारी
मृत्युंजय महापात्र (Mritunjay Mahapatra), आईएमडी महानिदेशक ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय (Biparjoy Cyclone) थोड़ा और कमजोर हो गया है। लेकिन यह बृहस्पतिवार को सुबह से शाम तक 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) के रूप में तट से टकराएगा।
![]() Biparjoy Cyclone आज तट से टकराएगा, NDRF की 33 टीमें तैयार |
बिपरजॉय (Biparjoy) बुधवार को रास्ता बदलने और कच्छ तथा सौराष्ट्र (Saurashtra) की ओर उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ने के लिए तैयार है तथा बृहस्पतिवार की शाम यह जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरेगा।
गुजरात (Gujarat) के कच्छ (Kachch) जिले के जखाऊ बंदरगाह (जखाऊ बंदरगाह ) के पास शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ की संभावित दस्तक से पहले अधिकारियों ने राज्य के तटीय इलाकों से अब तक लगभग 50 हजार लोगों को निकालकर अस्थाई आश्रय शिविरों में स्थानांतरित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि ‘बिपरजॉय’ के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र को तेज हवाओं एवं भारी बारिश का सामना करना पड़ा।
इस बीच, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की।
तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
Spoke to all three Service Chiefs and reviewed the preparedness of the Armed Forces for the landfall of cyclone ‘Biparjoy’.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 14, 2023
The Armed Forces are ready to provide every possible assistance to civil authorities in tackling any situation or contingency due to the cyclone.
सिंह ने ट्विटर पर कहा, तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के संबंध में सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा, सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति या आपात स्थिति से निपटने में अधिकारियों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी कच्छ में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
आईएमडी (IMD) ने बताया, 15 जून को चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के साथ ही राज्य में बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी और कच्छ, द्वारका तथा जामनगर में कुछ जगहों पर अत्यंत भारी बारिश होने के आसार हैं। चक्रवात के कारण पोरबंदर, राजकोट, मोरबी, जूनागढ़ और सौराष्ट्र तथा उत्तर गुजरात क्षेत्र के बाकी जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।
ईएमडी ने उत्तर गुजरात के जिलों और निकटवर्ती दक्षिण राजस्थान में शुक्रवार को भी छिटपुट जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की और भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
| Tweet![]() |