Cyclone Biparjoy: तेजी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, रेलवे ने कैंसिल की 67 ट्रेन
अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ ने भारत के तटीय इलाकों पर असर दिखाना शुरू कर दिया है।
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शक्तिशाली चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ ही सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बुधवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में सौराष्ट्र और कच्छ जिलों के 54 तालुकों में 10 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर और जूनागढ़ जिलों में भारी बारिश हुई।
एसईओसी के अनुसार, इस अवधि में देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में सबसे अधिक 121 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं द्वारका में 92 मिलीमीटर और कल्याणपुर 70 मिलीमीटर बारिश हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बुलेटिन के अनुसार, 15 जून को चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के साथ ही बारिश बढ़ जाएगी। कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी की ओर से साझा की गई अद्यतन जानकारी के अनुसार, ‘‘वीएससीएस (बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान) ‘बिपारजॉय’ अरब सागर के ऊपर उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 14 जून को तड़के भारतीय समायुनसार ढाई बजे जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 किलोमीटर डब्ल्यूएसडब्ल्यू पर केंद्रित रहा। वीएससीएस के रूप में ही 15 जून की शाम तक यह जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा।’’
गुजरात सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, अभी तक समुद्र तट के किनारे रह रहे 37,794 लोगों को निकाला गया है।
आईएमडी ने शुक्रवार को उत्तरी गुजरात के कुछ जिलों और दक्षिणी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में बृहस्पतिवार को हवाएं 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक चल सकती हैं।
आईएमडी के अनुसार, सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर बुधवार शाम तक समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की आशंका है। खगोलीय ज्वार के अलावा दो से तीन मीटर तक की ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इससे चक्रवात के वहां पहुंचने के दौरान निचले इलाकों में पानी भर जाने की आशंका है। अलग-अलग जगहों पर 3-6 मीटर तक की लहरें उठ सकती हैं।
रेलवे ने 67 ट्रेनें रद्द की
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार तक सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की है और मछुआरों को सलाह दी है कि वे समुद्र में न जाएं।
रेलवे ने भी भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को देखते हुए करीब 67 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। अगर आप ट्रेन से कहीं सफर करने की योजना बना रहे हैं तो एक बार जानकारी करके ही स्टेशन जाएं।
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने एहतियात के तौर पर चक्रवात संभावित क्षेत्रों से गुजरने वाली 67 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है।
रद्द की गई कुछ ट्रेनों में ओखा-राजकोट अनारक्षित स्पेशल, वेरावल-ओखा एक्सप्रेस, राजकोट-ओखा अनारक्षित स्पेशल, भावनगर टर्मिनस-ओखा एक्सप्रेस, अहमदाबाद-वेरावल एक्सप्रेस, पोरबंदर-वेरावल एक्सप्रेस शामिल हैं।
भारतीय तटरक्षक बल भी गुजरात के तट पर सक्रिय रूप से गश्त कर रहा है।
बिपाजॉय वर्तमान में पोरबंदर और देवभूमि द्वारका के दक्षिण पश्चिम में स्थित है।
इसके गुरुवार शाम को अत्यधिक चक्रवाती तूफान के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरने की उम्मीद है।
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है।
सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों, खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवात के दस्तक देने और कमजोर होने के बाद, इसके उत्तर-पूर्व और दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ने की आशंका है। इस वजह से 15-17 जून तक उत्तर गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
समुद्र के अशांत होने और आने वाले चक्रवात के कारण क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा के मद्देनजर मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को 16 जून तक निलंबित कर दिया गया है और बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं।
देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी और वलसाड जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 17 और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 12 दल पूरी तरह से तैयार हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात सरकार के प्रतिनिधियों से मंगलवार को ऑनलाइन बातचीत की थी और उनसे चक्रवात ‘बिपारजॉय’ की तैयारियों के तहत संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की व्यवस्था करने तथा बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य व पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा था।
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