Biporjoy Cyclone को लेकर महाराष्ट्र-गुजरात में हाई अलर्ट, बड़े नुकसान की आशंका, मुंबई में चार मौतें
चक्रवात ‘बिपरजॉय’ (Biporjoy Cyclone) से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
![]() Biporjoy Cyclone को लेकर महाराष्ट्र-गुजरात में हाई अलर्ट |
उधर मुंबई के जुहू कोलीवाड़ा के पास समुद्र में जाने से 4 लड़कों की मौत हो गई। ये सभी 12 से 16 वर्ष के थे।
आईएमडी ने मंगलवार को बताया, ‘बिपरजॉय’ मंगलवार को अत्यंत गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर बेहद गंभीर चक्रवात में बदल गया। ‘बिपरजॉय’ के एक बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, इससे संभवत: काफी अधिक नुकसान हो सकता है। गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर जिलों में 13 से 15 जून तक 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है। उन्होंने आगाह किया, हमें आश्चर्य नहीं होगा अगर इन क्षेत्रों में 25 सेमी से अधिक वष्रा दर्ज की जाती है। आमतौर पर साल के इस समय में इतनी तेज बारिश नहीं होती है। इसलिए, निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा है।
आईएमडी के अनुसार, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भारी से अधिक भारी बारिश होने के आसार हैं। इन जिलों में 15 जून को 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तेज हवाओं और बारिश से खड़ी फसलों, घरों, सड़कों, बिजली और संचार के खंभों को व्यापक नुकसान हो सकता है और निकासी मागरें में बाढ आ सकती है। महापात्र ने कहा, सौराष्ट्र, कच्छ के निचले तटवर्ती इलाकों में छह मीटर ऊंची ज्वारीय लहरें आ सकती हैं। ऐसे क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए कदम उठाने और अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का सुझाव दिया गया है। आईएमडी ने 15 जून तक तेल अन्वेषण, जहाज की आवाजाही और मछली पकड़ने सहित सभी गतिविधियों को पूरी तरह से स्थगित करने की सिफारिश की है।
दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत में भी बिपरजॉय का असर
अरब सागर में उठे चक्रवात ‘बिपरजॉय‘ के प्रभाव से दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को हल्की बारिश हो सकती है। 15 और 16 जून को दिल्ली में भी बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। ‘अरब सागर में चक्रवात 15 जून को दस्तक देने के बाद जून के तीसरे सप्ताह में राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट इलाकों में बारिश हो सकती है।’
ऑयल रिंग से 50 कर्मियों को सुरक्षित निकाला गया
गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के निकट शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के संभावित आगमन से दो दिन पहले अधिकारियों ने मंगलवार को तटीय क्षेत्रों से 21000 लोगों को अस्थाई आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया। उधर, द्वारका तट से 40 किमी दूर तेल निकालने के लिए समुद्र पर बनाए गए ऑयल रिग से 50 कर्मचारियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीम तैयार हैं। निकासी की प्रक्रिया जारी है। सभी लक्षित आबादी को मंगलवार शाम तक सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया जाएगा। चक्रवात ‘बिपरजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है।
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