राष्ट्रपति चुनाव 2022: संसद में व्हीलचेयर पर बैठकर वोट डालने पहुंचे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और मुलायम सिंह यादव
राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए देशभर में मतदान जारी है। एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष ने अपना उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बनाया है।
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सोमवार सुबह 10 बजे से जारी वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी। संसद और राज्यों की विधानसभा में सांसद और विधायक अपना वोट डाल रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद परिसर के अंदर मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने वाले शुरूआती सांसदों में से थे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए सोमवार को व्हीलचेयर से संसद भवन पहुंचे।
89 वर्षीय मनमोहन सिंह पिछले साल कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद से ही अस्वस्थ चल रहे हैं। वह महामारी की दूसरी लहर के चरम पर होने के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ गए थे। बुखार के बाद कमजोरी की शिकायत को लेकर उन्हें अक्टूबर 2021 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था।
82 वर्षीय मुलायम भी काफी समय से बीमार चल रहे हैं। पिछले साल उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के चलते कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदीप्त कुमार नाइक राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने के लिए अस्पताल से सीधे संसद परिसर पहुंचे। वह व्हीलचेयर पर बैठकर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ संसद भवन में दाखिल हुए।
नाइक ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर काबिज हैं। उन्हें कोविड-19 संक्रमण के बाद की स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संसद भवन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सोमवार सुबह दस बजे शुरू हुआ था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उनके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने वोट डाला।
मतदान की प्रक्रिया शाम पांच बजे तक चलेगी। दोपहर एक बजे तक 83 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। इस अवधि में 616 सांसदों और नौ विधायकों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा से है।
राष्ट्रपति का चुनाव इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों द्वारा किया जाता है। भारत में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि यानी सांसद और विधायक वोट डालते हैं, जिन्हें इलेक्टोरल कॉलेज कहते हैं। इस इलेक्टोरल कॉलेज में लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य और इसके साथ सभी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य होते हैं। इनमें से हर एक को इलेक्टर कहा जाता है।
राज्य विधान परिषद और लोकसभा और राज्यसभा के नॉमिनेटेड सदस्य इस चुनाव का हिस्सा नहीं होते, क्योंकि इन्हें जनता द्वारा नहीं चुना जाता है।
मतों की गिनती 21 जुलाई को होगी।
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