भारत-चीन के बीच जल्द होगी सैन्य वार्ता
भारत और चीन ने वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की अगले दौर की वार्ता जल्द ही किसी तारीख पर करने पर सहमति जताई ताकि द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति लाने के लिए पूर्वी लद्दाख में संघर्ष वाले सभी क्षेत्रों से पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी की जा सके। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
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विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा मामलों पर विचार-विमर्श एवं समन्वय के लिए कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के तहत 31 मई को बैठक की।
इसमें दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे भारत-चीन सीमा क्षेत्र के पश्चिमी सेक्टर में स्थिति की समीक्षा की और जल्द सैन्य स्तरीय वार्ता करने का फैसला किया। चीनी विदेश मंत्री वांग यी के 24 और 25 मार्च को भारत आने के बाद मंगलवार को लंबित विवाद पर यह पहली बैठक थी।
बयान में कहा गया, वे इस बात पर सहमत हुए कि दोनों विदेश मंत्रियों के निर्देश के अनुसार, दोनों पक्षों को एलएसी के साथ शेष मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने के लिए राजनयिक और सैन्य माध्यम से चर्चा जारी रखनी चाहिए ताकि द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए स्थितियां उत्पन्न हो सकें।
चीनी पक्ष द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बैठक को मौजूदा स्थिति पर ‘स्पष्ट और गहन विचारों के आदान-प्रदान’ के रूप में वर्णित किया गया तथा तनाव को और कम करने व सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों के नेताओं और विदेश मंत्रियों के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को गंभीरता से लागू करने पर सहमति व्यक्त की गई।
वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया, जबकि चीनी दल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक ने किया।
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