Parliament Session: संसद परिसर में निलंबित सांसदों का धरना, विरोध में बीजेपी सांसदों ने किया प्रदर्शन
संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर धरना दे रहे विपक्षी दलों के सांसदों के विरोध में शीतकालीन सत्र के पांचवें दिन यानी आज भाजपा के सांसदों ने बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति तक पैदल मार्च निकाला।
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संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए निलंबित किए गए 12 सांसदों ने अपने खिलाफ कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को भी संसद परिसर में अपना धरना जारी रखा।
दूसरी तरफ, भाजपा के कई राज्यसभा सदस्यों ने इन निलंबित सांसदों के आचरण के खिलाफ प्रदर्शन किया। भाजपा के राज्यसभा सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर पिछले सत्र के दौरान उच्च सदन में हुए हंगामे की तस्वीर थी और इनमें से कुछ पर लिखा हुआ था, ‘‘लोकतंत्र? या गुंडागिरी?’’
सत्तारूढ़ पार्टी के महासचिव अरुण सिंह, सांसद सैयद जफर इस्लाम, राकेश सिन्हा और कई अन्य सदस्य इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए पैदल मार्च में शामिल भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद अरुण सिंह ने कहा कि इन सांसदों ने सदन में अपने व्यवहार से देश को शर्मसार किया और अब माफी मांगने की बजाय वो अपने व्यवहार पर गर्व जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अहिंसा, सद्भाव और अच्छे आचरण की प्रेरणा पूरे देश को देने वाले बापू महात्मा गांधी और संविधान निमार्ता बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रार्थना कर रहे हैं कि भगवान विपक्ष को सद्बुद्धि दे, ताकि वो माफी मांगकर अच्छे आचरण के साथ आगे सदन की कार्यवाही में भाग लें।
BJP MPs protest at Parliament over 'unruly' Opposition behaviour
— ANI Digital (@ani_digital) December 3, 2021
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अरुण सिंह ने कहा कि ऐसा आचरण अगर स्कूल के बच्चे भी करते तो उन्हें स्कूल से निकाल दिया जाता। इसी आचरण की वजह से तो देश की जनता उन्हें खारिज करती जा रही है।
एजेंसी से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि उनके व्यवहार की वजह से पीठ ने उन्हें निलंबित किया है और इसका सरकार से कोई लेना देना नहीं है। पीठ का निर्णय बिल्कुल सही है। सत्ता पक्ष लोकतांत्रिक है और विपक्ष अलोकतांत्रिक व्यवहार कर रहा है इसलिए उनके व्यवहार के विरोध में हमने यह मार्च निकाला है।
मार्च निकालने के लिए जब भाजपा सांसद गांधी प्रतिमा पर पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी तेज कर दी और कुछ समय तक दोनों पक्षों की तरफ से जमकर नारेबाजी हुई।
उधर, निलंबन के बाद से रोजाना प्रदर्शन कर रहे 12 निलंबित विपक्षी सांसदों ने आज भी संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया।
निलंबित राज्यसभा सदस्य अपने खिलाफ की गई इस कार्रवाई के विरोध में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे रहेंगे।
संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि तक के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था।
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।
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