ममता बनर्जी के बयान पर कांग्रेस ने साधा निशाना, आत्ममंथन करने की दी सलाह
ममता बनर्जी के 'कोई यूपीए नहीं' के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि ऐसे बयानों से जनता में निराशा पैदा होती है और सबसे ज्यादा खुशी भाजपा को ही मिलती है। इसलिए ऐसा बयान देने वालों को आत्ममंथन करना चाहिए।
![]() ममता बनर्जी (फाइल फोटो) |
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 'कोई यूपीए नहीं' संबंधी कथित टिप्पणी की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस के बिना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) एक ऐसे शरीर की तरह होगा जिसमें आत्मा नहीं हो ।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस के बगैर यूपीए बिना आत्मा के शरीर की तरह होगा। यह समय विपक्षी एकजुटता दिखाने का है।’’
गौरतलब है कि बुधवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा था कि राजनीति के लिए लगातार प्रयास आवश्यक हैं। राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था, ‘‘आप ज्यादातर समय विदेश में नहीं रह सकते हैं।’’
यह पूछने पर कि क्या वह चाहती हैं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार संप्रग के अध्यक्ष बनें, इस पर ममता बनर्जी ने कहा था, 'कोई यूपीए नहीं' ।
आईएएनएस से बात करते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि जो दल या नेता आज विपक्षी बंटवारे की बात करते हैं,उनको यह आत्ममंथन करना चाहिए कि ऐसी बातों से देश की जनता उदास होती है क्योंकि देश की जनता विपक्षी एकता चाहती है।
आईएएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह आशा करते हैं कि भविष्य में इस तरह के बयानों से बचा जाएगा क्योंकि कांग्रेस हमेशा से ही विपक्षी एकता की बात करती रही है और करती रहेगी।
राहुल गांधी पर व्यक्तिगत हमले का जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी से यह सिद्ध हो गया है कि जो राहुल गांधी कहते हैं,वही आगे जाकर सच साबित होता है ।
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