मनोहर लाल खट्टर भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए, दूसरी बार बनेंगे हरियाणा के मुख्यमंत्री

Last Updated 26 Oct 2019 10:52:14 AM IST

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनेंगे। खट्टर को शनिवार यहां आम सहमति से भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। खबर है कि वह रविवार दोपहर दो बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।


खट्टर दूसरी बार बनेंगे हरियाणा के CM

पाटी के 40 नवनिर्वाचित विधायकों की यहां यूटी गैस्ट हाउस में करीब 11.30 बजे बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह बतौर केंद्रीय पर्यवेक्षक और प्रदेश मामलों के प्रभारी अनिल जैन भी उपस्थित थे।

करीब दस मिनट तक चली इस बैठक में विधायक दल के नेता पद के लिये खट्टर के नाम का प्रस्ताव रखा गया जिसे सभी ने सर्वसम्मति से सहमति प्रदान की। खट्टर के विधायक दल का नेता चुने जाते ही उन्हें मिठाईयां खिला कर और पुष्पगुच्छ देकर बधाईयां देने के लिये पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का तांता लग गया।

 

खट्टर ने इस अवसर पर मीडिया को सम्बोधित करते हुये कहा कि उन्होंने गत पांच साल साफ सुथरी सरकार दी है तथा आगे वह जजपा और अन्य विधायकों को साथ लेकर साफ सुथरी सरकार देने का वादा करते हैं। उन्होंने उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने के लिये पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों को आभार व्यक्त किया।

खट्टर ने नेतृत्व में भाजपा की राज्य में इस बार सरकार जननायक जनता पार्टी(जजपा) के साथ गठबंधन में बनेगी। वह जजपा नेताओं के साथ आज शाम ही राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इससे पहले जजपा विधायक दल की भी यहां अपराहन बैठक होगी जिसमें पार्टी विधायक दल के नेता का चयन किया जाएगा।

खट्टर के राज्य का दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने को लेकर शपथ ग्रहण समारोह दिवाली के दिन ही चंडीगढ़ में ही होने की सम्भावना है। गठबंधन सरकार में दो उप-मुख्यमंत्री होंगे।

इनमें एक भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज होंगे तथा दूसरा उप मुख्यमंत्री पद जजपा को जाएगा जिसमें नैना चौटाला के नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा है। खट्टर सरकार के नये मंत्रिमंडल का गठन दिवाली के बाद होगा।
 
भाजपा को इस विधानसभा चुनाव में 40 सीटें मिली थीं और इस तरह वह साधारण बहुमत के आंकड़े से छह सीट पिछड़ गई है। ऐसे में राज्य में टिकाऊ सरकार बनाने के लिये उसने जजपा के साथ गठबंधन करने के साथ निर्दलीयों को भी साथ लिया है। जजपा दस सीटों पर जीती है जबकि सात निर्दलीय विधायक हैं। राज्य  की 90 सदस्यीय विधानसभा में सरकार के पास अब 57 विधायक होंगे तो बहुमत के जादुई आंकड़े से 11 अधिक हैं। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को 47 सीटें मिली थीं और राज्य में उसने पहली बार अपने बूते सरकार बनाई।

इससे पहले गत शुक्रवार देर शाम जजपा नेता  दुष्यंत चौटाला और पार्टी के अन्य नेताओं की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ मुलाकात हुई जिसमें जजपा को उपमुख्यमंत्री, दो कैबिनेट और  एक राज्य मंत्री पद देने पर सहमति बनी।

जजपा की शुक्रवार अपराहन दिल्ली में  पार्टी कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी और नव निर्वाचित विधायकों की  बैठक हुई थी जिसमें तय हुआ था कि पार्टी उसी दल के साथ जाएगी जो राज्य के युवाओं को नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण और बुजुगरें की पेंशन बढ़ाने जैसे मुद्दों पर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर काम करने के सहमत होगा। बैठक के बाद चौटाला पार्टी के वरिष्ठ नेताओं साथ तिहाड़ जेल में बंद पिता अजय सिंह चौटाला से मिले थे और सम्भवत: वहीं भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाने को हरी झंडी मिली।

इससे पहले विधानसभा चुनावों  की गत 24 अक्तूबर को हुई मतगणना में कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं। उसे  वर्ष 2014 के मुकाबले इस बार 16 सीटों का फायदा हुआ है। इस चुनाव में  इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक-एक सीट मिली है।  इनेलो वर्ष 2014 के चुनावों में 19 सीटें लेकर राज्य में मुख्य विपक्षी दल  रहा था।

इससे  पहले विधानसभा चुनावों की गत 24 अक्तूबर को हुई मतगणना में कांग्रेस को 31  सीटें मिली थीं। उसे वर्ष 2014 के मुकाबले इस बार 16 सीटों का फायदा हुआ  है। इस चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) और हरियाणा लोकहित पार्टी को  एक-एक सीट मिली है। इनेलो वर्ष 2014 के चुनावों में 19 सीटें लेकर राज्य  में मुख्य विपक्षी दल रहा था।  

 

वार्ता
चंडीगढ


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