चक्रवात वायु के तट पर टकराने के बाद भी सशक्त बने रहने की आशंका
चक्रवात वायु के ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में आने के कारण गुजरात के दस जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है और गुरूवार को तट से टकराने के 24 घंटे बाद तक इसका असर बने रहने की आशंका है।
![]() चक्रवात वायु ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में |
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 45 सदस्यों वाले राहत दल की करीब 52 टीमें गठित की गई हैं और सेना की दस टुकड़ियों को तैयार रखा गया है। इसके अलावा भारतीय नौ सेना के युद्धपोतों और विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान हवा की रफ्तार 170 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। इसे देखते हुये दस जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
वायु, ‘अधिक खतरनाक’ श्रेणी में प्रवेश कर गया है और इसके अगले 24 घंटों में पोरबंदर और संघ शासित प्रदेश दीव के तटों से टकराने के बाद भी अधिक तीव्र होने की आशंका जताई गई है जबकि सामान्य तौर पर एक तूफान तट पर टकराने के बाद कमजोर हो जाता है।
गुजरात के कई जिलों के निवासी सुरक्षित स्थानों पर या चक्रवात राहत केद्रों में चले गए हैं।
बुधवार को गृहसचिव राजीब गौबा ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की एक बैठक की अध्यक्षता की और राहत एवं बचाव अभियान की तैयारियों का जायजा लिया।
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