शंकराचार्य को कल दी जाएगी महासमाधि
कांची कामकोटि मठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को मठ परिसर के भीतर नंदवनम में उनके पूववर्ती चंद्रशेखर सरस्वती स्वामीगल के समीप महासमाधि दी जाएगी.
![]() कांची कामकोटि मठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का निधन |
शंकराचार्य का आज चेन्नई में निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. पिछले कुछ महीनों से बीमार शंकराचार्य को सुबह सांस की तकलीफ होने पर कांचीपुरम स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
मठ के वरिष्ठ प्रबंधकों ने कांचीपुरम में संवाददाताओं को बताया कि देश के सबसे प्राचीन मठ के 69वें धर्म गुरु के पार्थिव शरीर को कल सुबह तक जनता के दर्शनार्थ रखा जाएगा.
उन्होंने बताया,‘‘सुबह आठ बजे मठ में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी और शंकराचार्य के पार्थिव शरीर का अभिषेक किया जाएगा. उसके बाद उन्हें नंदवनम में महा समाधि दी जाएगी.‘‘
शंकराचार्य के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने जताया शोक
शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अनेक नेताओं ने गहरा शोक प्रकट किया है.
कोविंद ने ट्विटर पर कहा, ‘‘कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं. हमारे देश ने अत्यंत प्रतिष्ठित आध्यात्मिक नेता और समाज सुधारक को खो दिया. उनके अनगिनत अनुयायियों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.’’
उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जयेंद्र सरस्वती के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि वह समाज की अनुकरणीय सेवा के कारण अनुयायियों के मन-मस्तिष्क में हमेशा जीवित रहेंगे.
नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘कांची पीठाधिपति श्री जयेंद्र सरस्वती को मेरी श्रद्धांजलि. उन्होंने मोक्ष प्राप्त किया. मानव कल्याण और आध्यात्मिकता के प्रसार में उनका योगदान अन्य लोगों के लिए हमेशा प्रेरणा बना रहेगा.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘श्री कांची कामकोटि पीठ के जगदगुरु पूज्यश्री जयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य के निधन से दुख पहुंचा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह अपनी अनुकरणीय सेवा और पावन विचारों के चलते लाखों अनुयायियों के मन-मस्तिष्क में हमेशा जीवित रहेंगे. दिवंगत आत्मा को शांति मिले.’’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती के निधन पर शोक जताया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगतगुरू पूज्यश्री जयेन्द्र सरस्वती के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं.’’
राहुल ने कहा, ‘‘उनकी शिक्षाओं के कारण विश्व भर में लाखों श्रद्धालु उनका सम्मान करते थे.’’
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘जयेंद्र सरस्वती ने आध्यात्म के साथ साथ समाज कल्याण कवायदों के प्रति भी अपनी चिंता प्रकट की.’’
उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने भी उनके निधन पर शोक जताया.
द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने उनके निधन पर ‘गहरा शोक’ प्रकट किया.
उधर, हैदराबाद से मिली खबर के मुताबिक आंधप्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल ई एसएल नरसिम्हन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने जयेंद्र सरस्वती के निधन पर शोक जताया.
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