देश का रक्षा क्षेत्र करेंगे मजबूत : पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत के निजी क्षेत्र के साथ सामरिक गठजोड़ मॉडल लागू कर रही है.
स्कोर्पियन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को नौसेना में शामिल किए जाने के मौके पर मुंबई में नौसेना के डॉकयार्ड पर मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. |
हमारी कोशिश है कि विदेशों की तरह ही भारतीय कंपनियां भी लड़ाकू विमान से लेकर हेलीकॉप्टर, टैंक और पनडुब्बी तक का निर्माण इसी धरती पर करें.
छह स्कार्पियन श्रेणी की पनडुब्बी की श्रृंखला में पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवरी के जलावतरण समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हमारी रक्षा शक्ति, आर्थिक शक्ति, तकनीकी शक्ति के साथ अंतरराष्ट्रीय संबंध की शक्ति, लोगों के विश्वास की शक्ति, देश की सॉफ्ट पावर की शक्ति, इन सभी अवयवों में एक प्रकार का सामंजस्य हो. ये परिवर्तन आज के समय की मांग हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने रक्षा क्षेत्र से जुड़े सामान की खरीद में भी तेजी लाने के लिए भी अनेक नीतिगत फैसले लिए हैं. रक्षा मंत्रालय और सेना मुख्यालय स्तर पर वित्तीय अधिकारों में भी बढ़ोतरी की गई है. पूरी प्रक्रिया को और सरल तथा कारगर बनाया गया है.
इन महत्वपूर्ण सुधारों से रक्षा-व्यवस्था और देश की सेनाओं की क्षमता और भी मजबूत होंगी. लाइसेंस की प्रक्रिया से निर्यात की प्रक्रिया तक, हम पूरी प्रणाली में पारदर्शिता और संतुलित प्रतिस्पर्धा ला रहे हैं. विदेशी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए भी हमारी सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं.
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