आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये फिलीपीन रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिलीपीन के लिये रवाना हुए जहां वह भारत-आसियान शिखर सम्मेलन समेत विभिन्न द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
पीएम मोदी फिलीपींस के लिए रवाना |
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, "रचनात्मक प्रतिबद्धताओं के दौरे की शुरुआत. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मनीला में आयोजित आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए फिलीपींस रवाना हो रहे हैं."
#ActEast नीति की ओर एक और मजबूत कदम। ASEAN और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए प्रधान मंत्री @narendramodi का मनीला के लिए प्रस्थान। pic.twitter.com/AHPaCRqlW5
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 12, 2017
पिछले 36 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली फिलीपींस यात्रा है. इससे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में फिलीपींस का दौरा किया था.
फिलीपीन रवाना होने की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के उद्देश्य से फिलीपीन की उनकी यात्रा एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत आसियान सदस्य देशों एवं भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंध प्रगाढ़ करने के लिये देश की प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
अपनी तीन दिवसीय यात्रा के तहत मोदी आसियान-भारत शिखर सम्मेलन एवं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा आसियान की 50वीं वषर्गांठ के उपलक्ष्य में विशेष आयोजनों, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) नेताओं की बैठक एवं आसियान कारोबार एवं निवेश शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे.
प्रधानमंत्री ने कल एक बयान में कहा था कि इन सभी कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी आसियान सदस्य देशों और भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंध में प्रगाढ़ता बनाये रखने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
मोदी ने कहा कि वह फिलीपीन के राष्ट्रपति रोडिगो दुतर्ते के साथ द्विपक्षीय बैठक को लेकर आशान्वित हैं और वह आसियान एवं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के नेताओं से भी बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि वह फिलीपीन में भारतीय समुदाय के साथ जुड़ने की बात से भी आशान्वित हैं.
10 सदस्यीय आसियान और भारत की कुल आबादी 1.85 अरब है जो वैश्विक आबादी का एक चौथाई हिस्सा है. इनकी कुल जीडीपी 3800 अरब डॉलर से अधिक होने का अनुमान है.
भारत एवं आसियान के बीच कारोबार वर्ष 2015-16 में 65.04 अरब डॉलर था और यह दुनिया के साथ भारत के कुल कारोबार का 10.12 प्रतिशत था.
यह दौरा इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल भारत-आसियान संवाद साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ है और आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन) के गठन की स्वर्ण जयंती है.
ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम आसियान के सदस्य हैं.
मोदी दोनों सम्मेलनों में भाग लेने से पहले सोमवार को फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉबटरे दुतेर्ते से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
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