दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर
राजधानी में प्रदूषण स्तर में भारी बढोत्तरी हो चुकी है. रोहिणी में धूलकण (पीएम 10) का स्तर 804 पहुंच गया जो सामान्य से आठ गुना है व इस जाड़े के मौसम में हवा के जहरीली होने का सीधा संकेत है.
![]() दिल्ली में बढ़ता वायु प्रदूषण |
लेकिन रोहिणी के अलावा भी दर्जन भर स्थानों पर प्रदूषर स्तर काफी ज्यादा पाया गया. पीएम 10 का सामान्य स्तर 100 है जबकि पीएम 2.5 का सामान्य स्तर 60 है. सीधे तौर पर वायु प्रदूषण इतना ज्यादा बढने से बच्चों व बूढों, हृहय रोगी अस्थमा के मरीजों को ज्याद परेशानी झेलनी पड़ सकती है.
दिल्ली सरकार ने लगातार बैठकें कर कचरा जलाने व निर्माण स्थलों पर धूलकण फैलने से रोकने के उपाय किए हैं, लेकिन इन उपायों से प्रदूषण के स्तर पर कोई फर्क नहीं पड़ा है.
सूत्रों के अनुसार हवा की गति धीमी है इसलिए पंजाब में पराली जलाने का धुआं भी राजधानी की ओर नहीं पहुंच रहा है. लेकिन सर्दी का मौसम शुरू होते ही राजधानी मे प्रदूषण स्तर भयावह हो चुका है.
सीपीसीबी के मुताबिक, उत्तरी दिल्ली के डीटीयू, आईटीओ, आनंद विहार और गाजियाबाद व नोएडा के कुछ इलाकों में हवा की गुणवत्ता का सूचकांक सोमवार को 2 बजे ‘गंभीर’ दर्ज किया गया. दिल्ली में औसत पीएम 2.5 दिल्ली में दोपहर के वक्त सामान्य से 14 गुणा अधिक पाया गया.
दिल्ली में दोपहर के वक्त हवा की गुणवत्ता का स्तर एक्यूआई 358 दर्ज किया गया जिसे बेहद खराब माना जाता है.
पीएम-10 का स्तर
वजीरपुर में पीएम 10 का स्तर 625, शालीमार बाग में 625, सत्यवती कालेज के समीप 620, आर के पुरम में 565 पटपड़गंज में 550, ओखला में 508, डा करनी सिंह शूटिंग रेंज पर 506 व पंजाबी बाग में 454 पाया गया.
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