राजनीतिक दलों में लोकतंत्र पर स्वस्थ चर्चा की जरूरत : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मीडिया से राजनीतिक दलों में लोकतंत्र और उनके लोकतांत्रिक मूल्यों पर चर्चा करने का आग्रह किया, ताकि पार्टियों के नेतृत्व विकास और नियुक्तियों में पारदर्शिता आ सके.
![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भाजपा के वार्षिक दिवाली मिलन समारोह के दौरान. |
मोदी ने भाजपा के वार्षिक दिवाली मिलन समारोह के दौरान संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "आपने हमें बताते हैं कि हमें किस चीज पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है. देश राजनीतिक दलों में लोकतंत्र चाहता है. हमें रानजीतिक दलों में नियुक्तियों को लेकर पारदर्शिता अपनाने की जरूरत है. किसी राजनीतिक दल का नेतृत्व कैसे विकसित होता है? नई पीढ़ियों को किस तरह के अवसर दे रहे हैं. इसे हमारी बहस का मुद्दा बनाना चाहिए."
इस कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. मोदी ने देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को रेखांकित किया.
उन्होंने कहा, "राजनीतिक दलों में लोकतंत्र के बारे में अधिक लोगों को जानना चाहिए. यह सच है कि राजनीतिक दलों की फंडिंग मीडिया में चर्चा का विषय है और कई चीजें सार्वजनिक हो गई हैं. लेकिन पूरी तरह से पार्टियां कैसे बनती हैं, ये काम कैसे करती हैं, इनमें नियुक्तियां कैसे होती हैं, उनके मूल्य, उनकी विचारधारा और उनकी कमजोरियां. इस तरह की कमजोरी के पीछे कारण क्या है. इन सभी पर चर्चा होनी चाहिए."
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल देश के लिए जरूरी सच्ची लोकतांत्रिक भावना के लिए विकसित होते हैं और ये लोकतंत्र के लिए जरूरी है.
मोदी ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि जो लोग आज यहां हैं, एक दिन इस चर्चा को आगे ले जाएंगे."
उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में मीडिया की सकारात्मक भूमिका के लिए आभार जताया.
मोदी ने कहा, "आधे अखबार सरकार की आलोचनाओं से भरे रहे, लेकिन जब स्वच्छ भारत अभियान की बात आई तो सबने इसे प्राथमिकता दी. मैं आप सभी का इस मिशन को सफल बनाने में आभार व्यक्त करता हूं."
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