उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्योपासना का महापर्व छठ सम्पन्न
बिहार समेत देश भर में आज उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ हीं सूर्योपासना का महापर्व छठ सम्पन्न हो गया.
सूर्योपासना का महापर्व छठ सम्पन्न |
बिहार की राजधानी पटना में आज गंगा नदी के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में लाखों महिला और पुरूष व्रतधारियों ने उगते हुए सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़ा होकर अर्घ्य अर्पित किया.
औरंगाबाद जिले के देव में स्थित त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की और व्रतधारियों ने सूर्य कुण्ड में अर्घ्य अर्पित किया. इस अवसर पर अत्यन्त आकर्षक ढंग से सजाये गये त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में आज सुबह से ही भगवान भास्कर के दर्शन के लिए व्रतधारियों और श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी. इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतों से आये लाखों श्रद्धालुओं और व्रतधारियों द्वारा गाये जा रहे कर्णप्रिय छठी मईया के गीतों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया. लोक मान्यता है कि देव में पवित्र सूर्य कुण्ड में स्नान कर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने और त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में भगवान के दर्शन करने से मनोवांछित कामनाओं की पूर्ति होती है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक आस्था का महापर्व छठ के अंतिम दिन आज अपने सरकारी आवास पर स्थित तालाब में पूरी सादगी और श्रद्धा के साथ उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया और ईश्वर से राज्य और देशवासियों की सुख, शांति और समृद्धि के लिये प्रार्थना की.
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी अपने सरकारी आवास पर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया. इस मौके पर राबड़ी देवी के पति और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद उनके पुत्र तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव, पुत्री मीसा भारती और उनके रिश्तेदारों और सगे सम्बंधियों के अलावा कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे.
दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त हुआ और उसके बाद ही व्रतधारियों ने अन्न ग्रहण किया. चार दिवसीय इस महापर्व के तीसरे दिन कल व्रतधारियों ने नदियों और तालाबों में अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया था.
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