अमेरिकी में सुनाई जाएगी योग की दास्तां
अमेरिका के एक संग्रहालय में पुरानी मूर्तियों, चित्रों, तस्वीरों, किताबों और फिल्मों के माध्यम से योग के विकास की कहानी सुनाई जायेगी.
![]() अमेरिका का एक संग्रहालय (फाइल) |
एक समय था जब योग को अंधविश्वास कह कर तिरस्कार की निगाहों से देख जाता था, लेकिन अब जब दुनिया भर में इसकी धूम मची है, अमेरिका के एक संग्रहालय ने वाशिंगटन में पुरानी मूर्तियों, चित्रों, तस्वीरों, किताबों और फिल्मों के माध्यम से योग के विकास की दास्तान सुनाने की योजना बनाई है.
आर्थर एम सैकलर गैलरी अपनी रजत जयंती के अवसर पर ‘‘योगा: द आर्ट ऑफ ट्रांस्फॉर्मेशन’’ या रूपांतरण की कला योग के शीर्षक से योग को समर्पित एक बड़ी प्रदर्शनी आयोजित करने जा रही है.
आर्थर एम सैकलर गैलरी और वाशिंगटन में नेशनल मॉल में स्थित पुरानी फ्रीयर गैलरी स्मिथसोनियन म्यूजियम का एक हिस्सा है. योग के विभिन्न पहलुओं से दर्शकों को रुबरु करने वाली यह प्रदर्शनी इस साल 19 अक्तूबर से शुरू होगी.
बाद में शहंशाह जहांगीर के नाम से हिंदुस्तान के तख्त पर आसीन होने वाले शहजादा सलीम ने योग मुद्राओं का पहली सचित्र श्रंखला बनाई थी. इस श्रंखला के 10 फोलियो का सेट इस प्रदर्शनी का एक बेशकीमती हिस्सा होगा.
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