प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर खूबसूरत हिल स्टेशन- कनताल

Last Updated 18 May 2012 05:46:51 PM IST

कनताल एक खूबसूरत जगह है. गर्मियों में यहां भरपूर उत्फ उठाया जा सकता है. बर्फबारी हो जाए तो इसका सौन्दर्य और बढ़ जाता है.


कनताल से नजर आता है बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियां और हरी-भरी वादियों का मनोरम दृश्य

उत्तराखंड स्थित मसूरी से 35 किमी की दूरी पर स्थित कनताल समुद्र तल से 8,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. ऋषिकेश-चंबा-मसूरी हाइवे पर स्थित यह हिल स्टेशन दिल्ली से 300 किमी दूर है, जहां पर दिल्ली-देहरादून-धनौल्टी रूट के जरिये पहुंच सकते हैं.

कनताल से आपको बर्फ से ढकी गढ़वाल में हिमालय की चोटियां और हरी-भरी वादियों का मनोरम दृश्य नजर आएगा. कनताल का सौंदर्य यहां आने वाले सैलानियों को अनोखा अहसास कराता है.

कब जाएं

वैसे तो सैलानी कनताल में साल भर आते रहते हैं लेकिन पीक सीजन गर्मियों को माना गया है. यह समय मई से जुलाई तक का होता है. इस दौरान यहां का सामान्य तापमान 10-25 डिग्री तक रहता है.

कैसे पहुंचें

वायु मार्ग कनताल मसूरी से 59 किमी की दूरी पर है देहरादून का जॉली ग्रांट एयर पोर्ट. देहरादून के लिए कई फ्लाइट्स नियमित रूप से चलती हैं. देहरादून से सड़क मार्ग द्वारा कनताल पहुंच सकते हैं.

रेल मार्ग यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून है, जहां से दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से रेल सेवा रोज उपलब्ध है. दिल्ली-देहरादून शताब्दी सबसे सुविधाजनक ट्रेन है, जो साढ़े पांच घंटे में दिल्ली से दे हरादून पहुंचा देती है.

देहरादून स्टेशन से नियमित बस सेवा या टैक्सी द्वारा कनताल पहुंच सकते हैं. सड़क मार्ग कनताल सड़क मार्ग से बेहतर ढंग से जुड़ा हुआ है, इसलिए दिल्ली या देहरादून से यहां के लिए आसानी से बस और टैक्सी सेवा प्राप्त कर सकते हैं.

कनताल शहर घूमने के लिए आपको प्राइवेट टैक्सी, शेर्यड टैक्सी आसानी से मिल जाएगी. यहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी आसानी से मिल जाता है. इसके अलावा, कनताल जैसे छोटे शहर को घूमने के लिए आप पैदल ही यहां के नजारों का भरपूर आनंद ले सकते हैं.

क्या देखें
कनताल में दर्शनीय जगहों में खासतौर से यहां का प्राकृतिक सौंदर्य ही है. यहां आने वाले पर्यटक सुरखंदा देवी टेम्पल, कोदिया जंगल और टिहरी डैम भी देखने जाते हैं. जंगली जानवरों और प्रकृति प्रेमियों के लिए यहां का जंगल भी खोजपूर्ण चीजों से भरा है.

कनताल से सात से आठ किलोमीटर पैदल चलने पर ही सघन जंगल शुरू हो जाता है. फिर अचानक दूर-दूर तक फैली हुई लहरदार पहाड़ियां और वादियां नजर आने लगती हैं. रास्ते में छोटी-छोटी, लेकिन तेज धारा में बहते प्राकृतिक झरने भी नजर आते हैं . अगर आप चाहें तो यहां के जंगल में घूमने के लिए जीप सफारी का आनंद भी ले सकते हैं.

आपके भाग्य ने साथ दिया तो यहां आपको काकड़ (भौंकने वाला हिरन), जंगली सूअर और हिरन अपने आवास के आसपास विचरण करते नजर आ सकते हैं. साथ ही, तरह-तरह के पक्षियों को चहचहाने के साथ ही औषधीय पौधे भी देख सकते हैं.

सुरकंदा देवी का मंदिर

यहां से मसूरी और कद्दुखाल के रास्ते पर आठ किमी की दूरी पर सुरकंदा देवी का मंदिर है. आप चाहें तो दो किमी की यात्रा ट्रैकिंग द्वारा भी तय कर सकते हैं क्योंकि यह 999 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. यह सतीमाता का मंदिर है. मंदिर से आपको गर्दन घुमाकर चारों तरफ शानदार दृश्य नजर आएगा. अगर आप ट्रैकिंग नहीं करना चाहते तो यहां जाने के लिए खच्चर की व्यवस्था है.

 

टिहरी डैम

न्यू टिहरी में स्थित प्रसिद्ध टिहरी डैम भी लोगों के आकषर्ण का केंद्र है. यह भागीरथी और भीलगंगा नदी पर बना है. न्यू टिहरी जाने पर आप पंत रिसर्च इंस्टीट्यूट जाना न भूलें, जहां तरह-तरह के फ्रूट्स और प्लांट्स नजर आएंगे.

कनताल के आसपास के क्षेत्रों में शामिल है, धनौल्टी. यह 12 किमी. की दूरी पर है. यह भी बहुत खूबसूरत हिल स्टेशन है. इसके अलावा, कनताल से 16 किमी की दूरी पर खूबसूरत चंबा बसा है. कनताल से 37 किलोमीटर की दूरी पर जाना-माना टूरिस्ट प्लेस मसूरी बसा है, जो केम्प्टी फॉल और अन्य आकषर्क स्थलों के लिए मशहूर है.


 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment