Adulteration in Sweets: दीपावली पर जहर से रहें सावधान! इन उपायों के जरिए मिठाई में मिलावट की करें पहचान

Last Updated 30 Oct 2024 10:48:32 AM IST

कहते हैं, सेहत खुदा की सबसे बड़ी नियामत है। लेकिन त्यौहार के मौसम में सेहत से खिलवाड़ शुरू हो जाता है।


दरअसल, त्यौहार के मौसम में मिलावट करने वालों का धंधा चरम पर पहुंच जाता है। मिलावट के लिए यूरिया, कास्टिक सोडा, डिटर्जेन्ट जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जो शरीर के लिए अत्यंत नुकसानदायक होते हैं। इस दौरान प्रशासन की ओर से छापेमारी में करोड़ों का मिलावटी खाद्य पदार्थ पकड़ा भी जाता है। लेकिन इन तमाम प्रयासों के बावजूद इस पर रोक लगाना काफी मुश्किल होता है।

इसके चलते मिठाइयां और खाने-पीने की चीजें खरीदते समय हर किसी के मन में संदेह बना ही रहता है और यह मिलावट त्यौहारों की मिठास को फीका कर देती है। खोया, मिठाइयां और अन्य खाने की चीजों में होने वाली मिलावट को आम नागरिक आसानी से पहचान नहीं सकता। लेकिन अगर इस मिलावट को जानने का आसान तरीका मिल जाए तो आप इस दीपावली पर सुरक्षित मिठाइयां खरीदकर अपने स्वास्थ्य के साथ होने वाले खिलवाड़ से बच सकते हैं।

हम आपको बताएंगे कि मिलावट से बचने और उसे जांचने का आसान तरीका क्या है....

त्योहार के मौसम में पारंपरिक रूप से घर में तैयार की गई मिठाइयां सबसे सुरक्षित होती हैं। साथ ही इसमें आपके प्यार की मिठास भी होगी जो इसका स्वाद बढ़ा देगी। हालांकि आजकल दोस्तों, रिश्तेदारों को मिठाई के पैकेट भेंट करने का चलन बढ़ गया है। ऐसे में खोये की बनी, रंगीन और सिल्वर फ्वॉइल लगी मिठाइयों को खरीदने से परहेज करें। इन मिठाइयों में सबसे ज्यादा मिलावट की गुंजाइश होती है।

बावजूद इसके आप ऐसी मिठाइयां खरीदना ही चाहते हैं तो सबसे पहले तो मिठाई को चख कर देखें। स्वाद ठीक न होने पर उसे हाथ में लेकर देखें कि उसमें चिकनाई कितनी है। खट्टी और बदल चुके स्वाद वाली मिठाई न खरीदें। आगे बताई बातों पर गौर करें और मिलावटी चीजों से बचें...

मावा या खोया में स्टार्च की मिलावट : मिठाई या खोये की थोड़ी मात्रा में पानी मिलाकर इस मिश्रण को उबालें। इसमें आयोडीन की 5-7 बूंदें डालें. आगर खोये या मिठाई का रंग नीला हो जाए तो समझ लीजिए मिलावट है।

घी और मक्खन में वनस्पति घी की मिलावट : हाइड्रोक्लोरिक एसिड 10 सी.सी. और एक चम्मच चीनी मिलाएं। इस मिश्रण में 10 सी.सी. घी या मक्खन मिलाए। इसे अच्छी तरह हिलाएं अगर मिलावट होगी तो मिश्रण का रंग लाल हो जाएगा।

केसर में मिलावट : असली केसर को पानी में घंटों रख देने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन नकली केसर पानी में डालने के बाद रंग छोड़ता है।

चांदी के वर्क में एल्युमिनियम फ्वॉइल की मिलावट : चांदी के वर्क को जलाने से वह उतने ही भार की छोटी सी गेंद के रूप में बदल जाता है, जबकि एल्युमिनियम फ्वॉइ जलाने के बाद गहरे स्लेटी (ग्रे) रंग का अवशेष बचता है।

दूध में पानी और यूरिया की मिलावट : किसी समतल साफ सतह पर दूध की एक बूंद टपकाएं, अगर दूध शुद्ध होगा तो वह सीधी पंक्ति की तरह बहेगा और अपने पीछे एक सफेद गाढ़ी छाप छोड़ेगा, लेकिन अगर मिलावटी दूध होगा तो वह पानी की तरह बह जाएगा।

चीनी में चाक और नमक में रेत की मिलावट : चीनी की कुछ मात्रा लेकर कांच के साफ गिलास में पानी लेकर घोल लें. कुछ समय के लिए उसे स्थिर रहने दें इसके बाद गिलास की तली में चाक बैठ जाएगी। ऐसा ही नमक के साथ भी करें, रेत या मिट्टी तली में नज़र आएगी।

हल्दी में रंग की मिलावट : एक चम्मच हल्दी को एक परखनली में डालकर उसमें सांद्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की कुछ बूंदें डालें। बैंगनी रंग दिखे और मिश्रण में पानी डालने पर यह रंग गायब हो जाए तो हल्दी असली है. अगर रंग दिखता रहे तो वह मिलावटी है।

मिलावट की समस्या से बचने का एक अच्छा उपाय यह है कि आप बड़े ब्रैंड वाली मिठाइयां ही खरीदें. क्योंकि ब्रैंड वाले भी अपनी साख बनाए रखने के लिए अक्सर मिलावट से बचते हैं.

समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


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