सीमित आहार वाले लोगों के अकेलापन महसूस करने की अधिक संभावना : अध्ययन न्यूयार्क
Last Updated 25 Dec 2019 04:04:34 PM IST
छुट्टियों का समय अक्सर खान-पान के इर्द-गिर्द केंद्रित रहता है लेकिन सीमित आहार वाले लोगों के अकेलापन का सामना करने की अधिक संभावना होती है।
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सात अध्ययनों और प्रयोगों के आधार पर अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने पाया कि एलर्जी, स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे या धार्मिक या सांस्कृतिक नियमों के चलते खान-पान पर नियंत्रण से बच्चों और वयस्कों, दोनों में अकेलापन होने का अनुमान है।
सहायक प्राध्यापक कैतलीन वूली ने कहा, ‘‘अन्य लोगों के साथ मौजूद रहने के बावजूद, खान-पान पर नियंत्रण लोगों को अलग-थलग कर देता है क्योंकि वे भोजन को लेकर अन्य लोगों से नहीं जुड़ पाते हैं।
यह अध्ययन जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी ऐंड सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।वूली ने इस बात का जिक्र किया कि भोजन को लेकर जुड़ाव एक अंतर्निहित सामाजिक अनुभव है।
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