त्योहारों का बोझ कंधों पर उठाते हैं डिलीवरी ब्वॉयज
दिवाली का त्योहार आने को है ऐसे में ऑनलाइन खरीदारी का प्रवाह अचानक से बढ़ जाता है, साथ ही बढ़ जाता है डिलिवरी ब्वॉयज का काम जो अपनी खुशियों की परवाह किए बगैर रात दिन खुशियों की होम डिलीवरी में मसरूफ रहते हैं.
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ऑनलाइन खरीदारी पोर्टल को किए गए ऑर्डर को घरों तक पहुंचाने का काम डिलीवरी ब्वॉय करते हैं. निबेश यादव ऐसे ही एक डिलीवरी ब्वॉय हैं जिन्हें सुबह आठ बजे तक हर हाल में घर से निकल जाना होता है. वह अपने मोटरसाइकिल में मौजूद ईधन को देखते हैं, दिन भर के आर्डर को अपने अत्याधिक बड़े बैग में लादते हैं और निकल पड़ते हैं डिलीवरी के लिए.
डिलीवरी ब्वॉयज इस सीजन में सबसे ज्यादा व्यस्त रहते हैं. आई पैंसिल और कपड़ों से लेकर मिक्सर ग्राइंडर और मोबाइल फोन तक पहुंचाने के लिए वह शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक सामानों को पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाते हैं.
खरीदारी के इस व्यस्ततम सीजन में हजारों डिलीवरी ब्वॉयज रोजाना 200 पैकेजों की डिलीवरी करते हैं जिन्हें अक्सर प्रत्येक ऑर्डर के लिए 20 रुपए से भी कम मिलता है. सभी पैकेजों को रात आठ बजे तक पहुंचाना होता है.
इनके काम के घंटे ज्यादा हैं लेकिन पैसा बहुत कम दिया जाता है. इस पर भी ऑर्डर में किसी कारण से हुई देरी इन डिलिवरी ब्वॉय के लिए मुश्किलें खड़ी कर देती हैं. देरी होने पर ग्राहक कंपनी को ईमेल लिख देता है. इसके अलावा कई बार ग्राहकों के हाथों उन्हें अपमानित भी होना पड़ता है.
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