इजरायल और हमास के बीच दो साल से चल रहे युद्ध के बाद दोनों पक्ष शांति समझौते पर सहमति के बाद आज सोमवार से हमास की कैद से इजरायली बंधकों की रिहाई हुई।
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गाजा संघर्षविराम समझौते के तहत हमास ने सोमवार को सभी 20 जीवित बंधकों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय संगठन ‘रेड क्रॉस’ के अधिकारियों को सौंप दिया। इजराइल की सेना ने यह जानकारी दी।
संघर्ष विराम के बाद दो वर्षों से जारी युद्ध थम गया गया है, जिसने क्षेत्र को तबाह कर दिया है और इसके कारण हजारों फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं तथा बड़ी संख्या में लोग चरमपंथियों के कब्जे में हैं।
हमास ने सोमवार सुबह पहले सात बंधकों को रिहा किया था, जबकि शेष 13 को इसके कुछ घंटे बाद रिहा किया गया।
रिहा किए गए ये 20 लोग अब अपने परिवार से मिल सकेंगे और उनकी स्वास्थ्य जांच कराए जाने की संभावना है।
शेष 28 मृत बंधकों के शव भी संघर्ष विराम शर्तों के तहत सौंपे जाने की उम्मीद है, हालांकि सटीक समय अभी तक स्पष्ट नहीं है।
बंधकों और लापता लोगों के लिए इजराइल के समन्वयक गैल हिर्श ने कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय कार्यबल उन बंधकों का पता लगाने का काम 72 घंटे के भीतर शुरू कर देगा जिनके शव हमास नहीं सौंपता है।
जैसे ही इजराइली टेलीविजन चैनलों ने घोषणा की कि बंधक ‘रेड क्रॉस’ को सौंप दिए गए, बंधकों के परिवारों और दोस्तों में खुशी की लहर दौड़ गई। हजारों इजराइली देश भर में सरकारी टेलीविजन पर इन बंधकों की रिहाई को देख रहे हैं और तेल अवीव में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इजराइल ने घर पहुंचे बंधकों की पहली तस्वीरें जारी कीं, जिनमें से एक में 28 वर्षीय जुड़वां भाई गली और जिव बर्मन एक-दूसरे को गले लगाते हुए दिख रहे हैं। पहले रिहा किए गए बंधकों ने बताया था कि कफर अजा के जुड़वां बच्चों को अलग-अलग रखा गया था।
सोमवार को रिहा किए गए पहले सात बंधकों की तस्वीरों में वे जनवरी में रिहा किए गए कुछ बंधकों की तुलना में कम कमजोर दिख रहे थे, हालांकि उनका चेहरा पीला पड़ गया था।
फलस्तीनी भी इजराइल द्वारा बंधक बनाए गए सैकड़ों कैदियों की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। युद्ध के कारण भुखमरी का सामना कर रहे गाजा में मानवीय सहायता में वृद्धि की उम्मीद हैं, जहां लाखों लोग बेघर हो गए हैं।
इस बीच, कैदियों के आदान प्रदान के तहत रिहा किए जा रहे फलस्तीनी कैदियों को लेकर ‘रेड क्रॉस’ की दो बसों के ओफर जेल से रवाना होने की सूचना मिली है।
‘वेस्ट बैंक’ में इजराइली झंडा लगे एक बख्तरबंद वाहन से ओफर जेल के पास इंतजार कर रही भीड़ पर आंसू गैस और रबर की गोलियां दागी गईं। जैसे ही ड्रोन ऊपर से गुजरे, भीड़ तितर-बितर हो गई।
आंसू गैस के इस्तेमाल से पहले पर्चे बांटे गए थे जिसमें चेतावनी दी गई थी कि ‘‘आतंकवादी संगठनों’’ का समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सकता है। ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को प्राप्त इस पर्चे के बारे में पूछे जाने पर इजराइल की सेना ने कोई जवाब नहीं दिया।
हमास और गाजा के भविष्य को लेकर बड़े सवाल बने हुए हैं, हालांकि बंधकों और कैदियों की यह अदला-बदली इजराइल और इस चरमपंथी समूह के बीच अब तक के सबसे भीषण युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस संघर्षविराम से गाजा में मानवीय सहायता सामग्री की आपूर्ति बढ़ने की भी उम्मीद है, जो युद्ध के कारण भुखमरी की कगार पर है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को क्षेत्र पहुंचे जहां उनके अमेरिका प्रस्तावित समझौते और युद्ध के बाद की योजनाओं पर अन्य नेताओं के साथ चर्चा करने की योजना है।
हमास द्वारा सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर किए गए हमले के बाद इस युद्ध की शुरुआत हुई थी, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गाजा में युद्ध में 67,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।
बंधकों की वापसी से इजराइल के लिये एक पीड़ादायक अध्याय का अंत हो जाएगा। अक्टूबर 2023 में हमास के हमले में पकड़े जाने के बाद से उनकी रिहाई की मांग को लेकर बंधकों के परिवारों के साथ साप्ताहिक प्रदर्शनों में हजारों लोग शामिल हुए हैं।
जैसे-जैसे युद्ध लंबा खिंचता गया, प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लगाया, जबकि नेतन्याहू हमास पर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले हफ्ते भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव और इजराइल के अलग थलग पड़ने के बीच दोनों कट्टर दुश्मन युद्धविराम पर सहमत हो गए।
युद्धविराम समझौता होने के बाद ट्रंप सोमवार सुबह इजराइल पहुंचे। ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार वह बंधकों के परिवारों से मिलेंगे और इजराइल की संसद ‘नेसेट’ को संबोधित करेंगे। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि ट्रंप संभवतः रिहा हुए बंधकों से भी मिलेंगे।
ट्रंप ने ‘एयर फोर्स वन’ में अपने साथ यात्रा कर रहे पत्रकारों से कहा, ‘‘युद्ध समाप्त हो गया है।’’
गाजा के भविष्य के शासन को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है। अमेरिकी योजना के तहत एक अंतरराष्ट्रीय संस्था इस क्षेत्र पर शासन करेगी। हमास ने कहा है कि गाजा की सरकार फलस्तीनियों के बीच मिलकर बनाई जानी चाहिए।
इसके बाद ट्रंप मिस्र जाएंगे। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के कार्यालय ने कहा है कि ट्रंप सोमवार को क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ एक ‘‘शांति शिखर सम्मेलन’’ की सह-अध्यक्षता करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त फलस्तीनियन अथॉरिटी के नेता महमूद अब्बास के सलाहकार और न्यायाधीश महमूद अल-हब्बाश ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि महमूद अब्बास इस बैठक में शामिल होंगे। नेतन्याहू ने युद्ध के बाद गाजा मामले में अब्बास की किसी भी भूमिका को खारिज किया है। हालांकि अमेरिकी योजना में फलस्तीनियन अथॉरिटी की संभावना खुली रखी गई है। हमास ने 2007 में गाजा पर कब्जा कर लिया था।
| | एपी | दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी) |
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