एफबीआई ने बाइडन के आवास की ली तलाशी

Last Updated 23 Jan 2023 07:36:20 AM IST

अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने राष्ट्रपति जो. बाइडन के विलमिंग्टन स्थित आवास की 13 घंटे तक तलाशी ली और अतिरिक्त गोपनीय दस्तावेज बरामद किए।


अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन

विभाग ने बाइडन के कुछ हस्तलिखित नोट भी अपने कब्जे में लिए। राष्ट्रपति के वकील बॉब बाउर ने यह जानकारी दी।

बाइडन ने एफबीआई को अपने आवास की तलाशी लेने की स्वेच्छा से अनुमति दी, लेकिन तलाशी वारंट नहीं होने के बावजूद यह घटना असाधारण है। बाइडन को 12 जनवरी को यह खुलासा होने के बाद शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी कि उनके वकीलों को मध्यावधि चुनावों से ठीक पहले वाशिंगटन स्थित पेन बाइडन सेंटर में उनके एक पूर्व कार्यालय से गोपनीय रिकॉर्ड मिले हैं। इसके बाद वकीलों को बाइडन के विलमिंग्टन स्थित आवास के पुस्तकालय से उपराष्ट्रपति के तौर पर उनके कार्यकाल के समय के छह और गोपनीय दस्तावेज मिले। बाइडन के आवासों और निजी कार्यालयों में मिले गोपनीय दस्तावेजों की कुल संख्या अब बढ़कर करीब डेढ दर्जन हो गई है।

उपराष्ट्रपति के तौर पर 2009 से 2016 तक के उनके कार्यकाल से जुड़े दस्तावेजों सहित ये सभी दस्तावेज अब संघीय जांच ब्यूरो के कब्जे में है। इन दस्तावेजों का मिलना बाइडन के लिए ऐसे समय में राजनीतिक जवाबदेही बन गया है, जब वह फिर से चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश करने की तैयारी कर रहे हैं। यह घटना पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उतार-चढ़ाव भरे कार्यकाल के बाद अपने कार्यकाल को अमेरिकी जनता के सामने बेहतर दिखाने की बाइडन की कोशिश को नुकसान पहुंचाती है। बाउर ने शनिवार को बताया कि एफबीआई ने शुक्रवार को जिन दस्तावेजों को कब्जे में लिया है, वे बाइडन के सीनेटर एवं उपराष्ट्रपति के तौर पर उनके कार्यकाल से संबंधित हैं, जबकि नोट उनके उपराष्ट्रपति कार्यकाल के हैं। उन्होंने कहा कि यह तलाशी करीब 13 घंटे तक चली।

बाउर ने बताया कि अभी न्याय विभाग ने रिकॉर्ड की समीक्षा नहीं की है, इसलिए यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इन दस्तावेजों की गोपनीयता का क्या स्तर है और क्या एफबीआई द्वारा हटाए गए दस्तावेज गोपनीय बने हुए हैं या नहीं। आम तौर पर, गोपनीय दस्तावेजों को अधिकतम 25 वर्षों के बाद सार्वजनिक किया जाता है, लेकिन कुछ रिकॉर्ड को अपेक्षाकृत अधिक समय तक गोपनीय रखा जाता है। बाइडन ने 1973 से 2009 तक सीनेटर के तौर पर सेवाएं दी थीं।

बाइडन ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा था, ‘हमने पाया कि बड़ी संख्या में दस्तावेज गलत जगह पर हैं, तो हमने उन्हें तत्काल न्याय मंत्रालय को सौंप दिया।’ जब बाइडन के आवास की तलाशी ली गई, तो उस समय प्रथम महिला जिल बाइडन वहां नहीं थीं। वह डेलावेयर के रेहोबोथ बीच स्थित अपने आवास पर सप्ताहांत बिताने गई थीं। अभी यह देखा जाना बाकी है कि क्या अन्य स्थानों पर संघीय अधिकारी और तलाशी लेंगे या नहीं। बाइडन के निजी वकीलों ने पहले रेहोबोथ बीच आवास की तलाशी ली थी और कहा था कि उन्हें कोई आधिकारिक दस्तावेज या गोपनीय रिकॉर्ड नहीं मिला।

इस मामले ने ट्रंप द्वारा राष्ट्रपति पद छोड़े जाने के बाद गोपनीय दस्तावेज और आधिकारिक रिकॉर्ड अपने पास रखे जाने संबंधी न्याय विभाग की जांच को जटिल बना दिया है। न्याय विभाग का कहना है कि ट्रंप 2021 की शुरुआत में व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद गोपनीय के तौर पर चिह्नित सैकड़ों रिकॉर्ड अपने साथ ले गए थे और उन्होंने सरकार के अनुरोध के बावजूद महीनों तक उन्हें नहीं लौटाया, जिसके बाद उन्हें पुन: प्राप्त करने के लिए एजेंसी को तलाशी वारंट के तहत कार्रवाई करनी पड़ी। बाउर ने कहा कि एफबीआई ने व्हाइट हाउस से इस मामले में तलाशी पूरी होने तक टिप्पणी नहीं करने का अनुरोध किया है। तलाशी के दौरान बाइडन के निजी वकील एवं व्हाइट हाउस के वकील भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि एफबीआई के पास ‘व्यक्तिगत रूप से हस्तलिखित नोट, फाइल, कागजात, यादगार वस्तुओं, किए जाने वाले कार्य की सूची और कार्यक्रमों समेत राष्ट्रपति के आवास में पूरी पहुंच थी।’

भाषा
वाशिंगटन


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