बलात्कार के प्रयास के आरोप के 2 महीने बाद लोकप्रिय बांग्लादेश अभिनेत्री हिरासत में

Last Updated 05 Aug 2021 07:04:18 PM IST

लोकप्रिय बांग्लादेशी अभिनेत्री पोरी मोनी, जिन्होंने 8 जून को बोट क्लब में बलात्कार और हत्या करने का आरोप लगाया था, उसको पुलिस की अपराध विरोधी इकाई रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने हिरासत में लिया है।


बलात्कार के प्रयास के आरोप के 2 महीने बाद लोकप्रिय बांग्लादेश अभिनेत्री हिरासत में

आरएबी के कानूनी और मीडिया विंग के निदेशक कमांडर खांडाकर अल मोइन ने आईएएनएस को इसकी पुष्टि की। ढाका के बनानी में उनके आवास पर चार घंटे की छापेमारी के बाद बुधवार रात करीब 9 बजे उन्हें कुलीन बल के मुख्यालय ले जाया गया।

अभिनेत्री को हिरासत में लेने से पहले, आरएबी ने दावा किया कि उन्होंने छापेमारी के दौरान उसके घर से ड्रग्स और शराब बरामद की थी।

गुरुवार सुबह उसे ढाका की एक अदालत में पेश किया जाएगा।



पोरी मोनी के नाम से मशहूर शमसुन्नहर स्मृति ने दावा किया था कि 8 जून को बोट क्लब के पूर्व अध्यक्ष और एक व्यापारी और राजनेता गुलशन ऑल कम्युनिटी क्लब के निदेशक नासिर उद्दीन महमूद ने उन पर हमला किया था।

उसने महमूद पर बोट क्लब में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

लेकिन वह कोई मामला दर्ज करने में विफल रही, क्योंकि आरोपी बांग्लादेश की पुलिस महानिरीक्षक बेनजीर अहमद का करीबी दोस्त है।

महमूद को पुलिस की जासूसी शाखा ने तीन महिलाओं और उसके करीबी सहयोगी तुहिन सिद्दीकी ओमी, एक ड्रग डीलर के साथ गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने महिला तस्करी और ड्रग डीलिंग के अपने अपराधों को कबूल कर लिया था।

एक हफ्ते बाद, पोरी मोनी पर 7 जून की रात गुलशन ऑल कम्युनिटी क्लब में के.एम. क्लब के अध्यक्ष आलमगीर इकबाल ने प्रेस वार्ता की।

ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद जशीम ने नारकोटिक एक्ट के तहत दर्ज मामले में जमानत का आदेश दिया।

इसके बाद, महमूद और उसके सहयोगियों लिपि अख्तर, सुमी अख्तर और नजमा अमीन स्निग्धा को रिहा कर दिया गया।

महमूद जेल में नहीं था, बल्कि करीब 15 दिनों से पुलिस हिरासत में था।

बुधवार दोपहर को पोरी मोनी ने अपने घर से फेसबुक लाइव में मदद मांगते हुए पुलिस से गुहार लगाई थी कि "भाई, आप मेरी हालत समझ रहे हैं। बनानी थाने से कोई नहीं आ रहा है। मुझे उनकी मदद की जरूरत है। मुझे डर लग रहा है। तीन दिनों से मैं बिस्तर से नहीं उठ सकी हूं।"

एक्ट्रेस ने ये भी दावा किया कि कोई उनके घर के गेट पर 20 मिनट से आवाज कर रहा है।

"मुझे दरवाजा खोलने में डर लग रहा है। वे खुद को पुलिसकर्मी बता रहे हैं। लेकिन जब मैंने बनानी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा, उनके पुलिस स्टेशन से कोई पुलिसकर्मी नहीं भेजा गया।"

"मैं शुरू से ही मौत से डरती थी। कोई मुझे मारना चाहता है। अगर कोई पुलिस की पहचान के साथ मुझे मारने आया तो मैं क्या करूंगी?"

आईएएनएस
ढाका


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