चीन और फ्रांस के विदेश मंत्रियों की पेरिस में वार्ता

Last Updated 31 Aug 2020 01:37:05 AM IST

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 29 अगस्त को पेरिस में फ्रांसीसी विदेश मंत्री जीन यिवेस ले ड्रियन के साथ वार्ता की।


चीन और फ्रांस के विदेश मंत्रियों की पेरिस में वार्ता

वार्ता में वांग यी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रॉ के साथ चार बार फोन पर वार्ता की। दोनों देशों के लोगों ने महामारी की रोकथाम में एक दूसरे का समर्थन किया। चीन फ्रांस के साथ हाथ मिलाकर चीन-यूरोप सहयोग और बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने को तैयार है।

वांग यी ने कहा कि चीन-फ्रांस संबंधों का विश्वव्यापी अर्थ स्पष्ट है। चीन और फ्रांस स्मार्ट शहर, इलेक्ट्रिक वाहनों, जैविक कृषि और खाद्य, वित्तीय प्रौद्योगिकी, डिजिटल अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करेंगे। और दोनों एक दूसरे के कारोबारों को उचित, न्यायसंगत और गैर-भेदभावपूर्ण माहौल तैयार करेंगे। वांग यी ने कहा कि चीन और यूरोप के बीच कोई बुनियादी हितों का टकराव नहीं है, और उनके बीच समान हित मतभेदों से ज्यादा हैं। चीन इस वर्ष चीन-यूरोप संघ निवेश समझौते की वार्ता को पूरा करने के लिए यूरोप के साथ काम करने को तैयार है। साथ ही बहुपक्षवाद और मुक्त व्यापार प्रणाली को बनाए रखेगा, और एकतरफावाद और संरक्षणवाद का विरोध किया जाएगा।



ले ड्रियन ने कहा कि फ्रांस और चीन के बीच घनिष्ठ संबंध मौजूद हैं। फ्रांस चीन द्वारा महामारी की रोकथाम में दिये गये समर्थन के लिए आभारी है। दोनों देश टीके के अनुसंधान और उत्पादन पर समान प्रयास कर सकेंगे। और साथ ही फ्रांस चीन के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इलेक्ट्रिक वाहन, स्वच्छ ऊर्जा और पारिस्थितिक कृषि जैसे क्षेत्रों में संवाद और सहयोग को आगे बढ़ाएगा। और वैश्विक डिजिटल अर्थतंत्र के विकास को बढ़ाएगा। हम जल्द से जल्द यूरोपीय संघ-चीन निवेश समझौते तक पहुंचने के लिए चीन के साथ काम करने के इच्छुक हैं।

फ्रांस की यात्रा कर रहे चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 29 अगस्त को पेरिस में फ्रांसीसी संवैधानिक परिषद के अध्यक्ष लौरें फाबियुस के साथ भेंट वार्ता की। भेंट के दौरान वांग यी ने कहा कि एकता और सहयोग महामारी को हराने के लिए सबसे शक्तिवान औजार है। चीन फ्रांस और यूरोपीय संघ के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और नियम की रक्षा करने, तथा अफ्रीकी देशों को टीके के प्रयोग में मदद तैयार करने को तैयार है। वहीं फाबियुस ने कहा कि फ्रांस और चीन दोनों स्वतंत्र परंपराओं वाले बड़े देश हैं। फ्रांस, यूरोपीय संघ और चीन को बहुपक्षीय सहयोग में बनाये रखना, नये कोरोना वायरस के टीके के विकास पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना तथा जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों के मुकाबले में संयुक्त रूप से काम करना चाहिये।

आईएएनएस
बीजिंग


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