पाकिस्तान : मस्जिद में जुटे सैकड़ों लोगों को निकालने पहुंची पुलिस पर हमला
पाकिस्तान में शुक्रवार को सिंध प्रांत के लियाकतबाद स्थित एक मस्जिद में प्रशासनिक आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए जुमे की नमाज के दौरान सैकड़ों लोग जुटे। कोविड-19 के प्रकोप के बीच एक ही जगह पर जुटे सैकड़ों लोगों को हटाने के लिए पुलिस पहुंची तो नमाज पढ़ने आए लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया और उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
![]() पाकिस्तान : मस्जिद में जुटे सैकड़ों लोगों को निकालने पहुंची पुलिस पर हमला |
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांत के लोग जुमे की नमाज के संबंध में सिंध सरकार द्वारा दिए गए निदेशरें से खुश नहीं हैं। जब शुक्रवार को लियाकतबाद की एक मस्जिद में लोगों की भीड़ नमाज अदा करने पहुंची तो उनका सामना पुलिस बल से हुआ और देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई। पुलिस ने उन्हें इतनी बड़ी संख्या में एक साथ नमाज पढ़ने से रोका तो लोगों ने पुलिस के जवानों पर ही हमला बोल दिया। भीड़ ने पुलिस की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
यह घटना लियाकतबाद पुलिस स्टेशन की सीमा में आने वाली गौसिया मस्जिद में घटी। बाद में पुलिस ने पाकिस्तान दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 250 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें धार्मिक नेता और इमाम रहीम कादरी और मस्जिद कमेटी के सदस्य सोहेल बेग भी शामिल हैं।
कराची के अतिरिक्त आईजी गुलाम नबी मेमन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, "हमने लगभग 250 से 270 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और नमाज अदा कराने वाले एक धार्मिक नेता सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है।"
उन्होंने कहा, "हमने पुलिस पर हमला करने और उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही हमने प्राथमिकी में आतंकवाद निरोधी धारा भी लगाई है।"
यह बताया गया कि गौसिया मस्जिद के इमाम सरकार द्वारा दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद जुमे की नमाज का आयोजन कर रहे थे। नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग मस्जिद में जमा हुए।
पुलिस के अनुसार, जब मामला स्थानीय पुलिस के संज्ञान में आया तो उनकी टीम इमाम को गिरफ्तार करने के लिए मस्जिद पहुंची। पुलिस ने आरोप लगाया कि इमाम ने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर किया। अपनी जान बचाने के लिए पुलिसकर्मी भाग गए।
बाद में पुलिस और अधिक जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंची और इमाम व अन्य लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया।
दरअसल, जुमे की नमाज में लोगों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए सिंध सरकार द्वारा तीन घंटे का लॉकडाउन किया गया था। यह कदम कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए उठाया गया था, मगर मुस्लिम समुदाय के लोग धार्मिक उपासना से समझौता करने को तैयार नहीं है, जिस वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
| Tweet![]() |