मोबाइल बैटरी बनाने वालों को मिला केमेस्ट्री का नोबेल
लीथियम आयन बैटरी का विकास करके स्मार्टफोन और पेट्रोल-डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन मुक्त समाज का रास्ता साफ करने वाले तीन वैज्ञानिकों को रसायनशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने का बुधवार को ऐलान किया गया।
मोबाइल बैटरी बनाने वालों को मिला केमेस्ट्री का नोबेल |
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से जुड़े अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन गुडइनफ, ¨बघमटन में स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क के एम स्टेनली व्हिटिंघम तथा जापान के असाही कासेई कॉपरेरेशन एंड मीजो यूनिवर्सिटी के अकीरा योशिनो को नोबेल पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
97 वर्षीय गुडइनफ नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति होंगे। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस ने ताया कि तीनों 90 लाख स्वीडिश क्रोनोर (9,14,000 डॉलर) की राशि समान रूप से साझा करेंगे।
निर्णायक मंडल ने कहा, इन हल्की, पुन: रिचार्ज हो सकने वाली और शक्तिशाली बैटरियों का इस्तेमाल अब मोबाइल फोन से लेकर लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक वाहनों आदि सभी में होता है। इनमें सौर और पवन ऊर्जा की अच्छी खासी मात्रा संग्रहीत की जा सकती है जिससे पेट्रोल-डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन से मुक्त समाज की ओर बढ़ना संभव होगा।
एकेडमी के महासचिव गोरान हैनसॉन ने कहा कि यह पुरस्कार एक ‘रिचार्ज होने वाली दुनिया’ को लेकर है। समिति ने एक बयान में कहा, लीथियम आयन बैटरियों ने हमारी जिंदगियों को बदल दिया है और इन वैज्ञानिकों ने एक बेतार, जीवाश्म ईंधन मुक्त समाज की बुनियाद रखी।
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