चीन ने शीर्ष सात नेताओं की घोषणा की

Last Updated 25 Oct 2017 07:06:49 PM IST

चीन ने बुधवार को पांच नए नेताओं की घोषणा की, जो पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ शामिल होंगे. पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति 1.3 अरब की आबादी वाले देश पर शासन करती है.


चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सीपीसी की मीटिंग को संबोधित करते हुए.

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के19वें राष्ट्रीय अधिवेशन की समाप्ति के बाद राष्ट्रपति शी जिनपिंग को दूसरे पांच वर्षीय कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया और स्थायी समिति के पांच नए सदस्यों की भी घोषणा की गई. स्थायी समिति सीपीसी का सर्वोच्च निकाय है. यह 8.9 करोड़ सदस्यों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक निकाय है.

पांच सदस्यों में ली झांशू, वांग यांग, वांग हुनिंग, झाओ लेजी और हान झेंग सेवानिवृत्ति की 68 वर्ष की अनाधिकारिक उम्र की वजह से बाहर जाने वाले सदस्यों की जगह लेंगे.

अनाधिकारिक सेवानिवृत्ति नियम के तहत स्थायी समिति के सभी पांच सदस्य 2022 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे, जिसका मतलब है कि इनमें से कोई भी शी का उत्तराधिकारी नहीं बन पाएगा. शी 2022 में 69 वर्ष के होंगे.

पार्टी के 2007 में हुए 17वें अधिवेशन में इसका फैसला लिया गया था कि 2012 में शी पार्टी के महासचिव के तौर पर हू जिंताओ की जगह लेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि शी चीन के शीर्ष पद महासचिव के लिए अपने तीसरे कर्यकाल पर नजर बनाए हुए हैं.

चीन में 1949 में कम्युनिस्ट शासन स्थापित करने वाले प्रसिद्ध नेता माओ जेदोंग के बाद से शी चीन के दिग्गज नेता के रूप में स्पष्ट रूप से उभरे हैं.

शी का नाम और सिद्धांत पार्टी के संविधान में शामिल किए गए, जिसे सप्ताह भर चले लंबे अधिवेशन के आखरी दिन मंगलवार को संशोधित किया गया. केवल माओ और देंग शियाओ पिंग को अभीतक यह सम्मान दिया गया है.

संख्यात्मक क्रम के अनुसार, स्थायी समिति में चुने गए पांच नेताओं में ली झांशु तीसरे स्थान पर रहेंगे.

67 वर्षीय झांशु, शी के चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं और वह देश के अगले वांग किशन भी हो सकते हैं, जोकि भ्रष्टाचार विरोधी होने के लिए जाने जाते हैं. ली को राष्ट्रीय पीपुल्स कांग्रेस की अध्यक्षता भी मिल सकती है.

वह अमेरिका सहित सभी महत्वपूर्ण यात्राओं पर शी के साथ रह चुके हैं. शी ने अपनी अमेरिका यात्रा पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से भी मुलाकात की थी. कहा जाता है कि ली ने शी को 'कोर' की उपाधि दिलाने के लिए ली काफी मेहनत की है.

चीन के चार उपप्रधानमंत्रियों में से एक वांग यांग बड़े शहरों जैसे चोंगकिंग और ग्वांगदोंग में पार्टी प्रमुख के रूप में काम कर चुके हैं.

एक समय मजदूर रहे वांग ने चीन के गरीबी विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह अभियान शी जिनपिंग के बहुत करीब है. उनके पास व्यापक प्रशासनिक अनुभव है.

62 वर्षीय वांग हुनिंग शी के सलाहकार हैं. उन्होंने हू जिंताओ और जियांग जेमिन के नेतृत्व के दौरान भी यही भूमिका निभाई थी. कहा जाता है कि उन्हें तीनों नेताओं का समर्थन प्राप्त है. 'झोंगाननहाई के मुख्य सलाहकार' (चीन की सत्ता की सीट) और 'चीन का किसिंजर' भी कहते हैं.

पूर्व शिक्षाविद वांग धाराप्रवाह फ्रेंच बोलते हैं, और वह सीसीपी केंद्रीय समिति के केंद्रीय नीति अनुसंधान केंद्र के निदेशक हैं.

झाओ लेजी चीन की कोयला की राजधानी शांक्सी से आते हैं, जहां से शी भी आते हैं. रपट के अनुसार, शी जिनपिंग के पिता शी झोंग्क्सन, झाओ के पिता के दोस्त थे.

झाओ पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ के नेतृत्व में प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं. उन्होंने केन्द्रीय संगठन विभाग की देखरेख की है, जोकि हर बड़े और छोटे सरकारी संस्थान की नियुक्ति को देखता है.

हान झेंग शंघाई से हैं, और उनकी उम्र 63 वर्ष है. शी की तरह, सांस्कृतिक क्रांति के दौरान उन्हें जबरन एक काउंटी में भेज दिया गया था. उन्होंने अपना पूरा जीवन शंघाई में बिताया है. शी 2007 में शंघाई में हान के प्रमुख थे.
 

 

आईएएनएस


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