आतंकवादियों को पनाहगाह मुहैया कराने पर ट्रंप ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए दी चेतावनी

Last Updated 22 Aug 2017 12:35:59 PM IST

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान के संबंध में अपनी रणनीति की जानकारी देते हुए अराजकता पैदा करने वाले एजेंटों को पनाहगाह देने के लिए पाकिस्तान पर आज निशाना साधा


ट्रंप ने पाक को गंभीर परिणाम भुगतने की दी चेतावनी (फाइल फोटो)

और उसे चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान आतंकवादियों को शरण देना जारी रखता है तो उसके पास गंवाने के लिए बहुत कुछ   है.
     
कमांडर-इन-चीफ के तौर पर पहली बार प्राइम टाइम में टेलीविजन पर देशवासियों को संबोधित कर रहे ट्रंप आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से अरबों डॉलर की आर्थिक मदद मिलती है लेकिन वह आतंकवादियों को लगातार शरण देता रहा है.
     
ट्रंप ने कहा, पाकिस्तान अक्सर अशांति, हिंसा और आतंकवाद के एजेंटों को पनाहगाह देता है. खतरा और भी बढ़ गया है क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं जिनके बीच तनावपूर्ण संबंधों के संघर्ष में बदलने का खतरा है और ऐसा हो सकता है.
     
उन्होंने कहा कि समग्र समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया कि अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया में अमेरिकी रणनीति में बदलाव किया जाएगा.
     
ट्रंप ने कहा कि वह अफगानिस्तान में अमेरिका के मूल हितों के बारे में तीन मौलिक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं.
     
उन्होंने कहा, हमारे देश को एक सम्मानीय एवं स्थायी परिणाम पर पहुंचना होगा जो इसके लिए किए गए बलिदानों के लायक हो. 
     
ट्रंप ने कहा, दूसरा निष्कर्ष यह है कि जल्दबाजी में वहां से आने के परिणाम अस्वीकार्य होंगे और इनका पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है इससे एक खालीपन पैदा हो जाए जिसे आईएसआईएस और अलकायदा समेत आतंकवादी समूह शीघ्र भर देंगे, जैसा कि 11 सितंबर से पहले हुआ था.   
      
ट्रंप ने कहा कि उनकी नई रणनीति का अगला स्तंभ पाकिस्तान के प्रति अमेरिका के दृष्टिकोण में बदलाव है.
      
राष्ट्रपति ने आतंकवादी समूहों को समर्थन देना जारी रखने के लिए पाकिस्तान की निंदा की और उसे चेतावनी दी कि यदि वह ऐसा करना जारी रखता है तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
    
उन्होंने कहा,   हम आतंकवादी संगठनों, तालिबान और क्षेत्र एवं इससे आगे भी खतरा पैदा करने वाले अन्य समूहों को पाकिस्तान द्वारा मुहैया कराई जा रही पनाहगाहों को लेकर अब खामोश नहीं रह सकते.  
       
उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, पाकिस्तान के पास अफगानिस्तान में हमारे प्रयास में साझीदार बनकर हासिल करने के लिए बहुत कुछ है लेकिन आतंकवादियों को शरण देना जारी रखने पर उसके पास खोने के लिए भी बहुत कुछ है. अमेरिका के राष्ट्रपति ने भारत से अपील की कि वह अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता लाने के लिए, विशेषकर आर्थिक क्षेत्र में और योगदान दे.
    
ट्रंप ने कहा, हम अफगानिस्तान में स्थिरता लाने में भारत के अहम योगदान की प्रशंसा करते हैं, लेकिन भारत अमेरिका के साथ व्यापार से अरबों डॉलर कमाता है और हम चाहते हैं कि वह अफगानिस्तान के संबंध में, खासकर आर्थिक सहयोग एवं विकास के क्षेत्र में हमारी और मदद करे. 


    
ट्रंप ने अमेरिकी सेवा के सदस्यों को निशाना बनाने वाले आतंकवादियों को शरण देने को लेकर इस्लामाबाद पर निशाना साधा.
    
उन्होंने कहा, लेकिन इसे बदलना होगा. यह तत्काल बदलेगा. अमेरिकी सेवा के सदस्यों एवं अधिकारियों को निशाना बनाने वाले आतंकवादियों को शरण देने वाले किसी देश के साथ कोई साझीदारी बनी नहीं रह सकती. अब समय आ गया है कि पाकिस्तान सभ्यता, व्यवस्था एवं शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाए. 
    
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान को अरबों डॉलर दे रहा है लेकिन वह अमेरिका के खिलाफ लड़ रहे आतंकवादियों को ही पनाह दे रहा है.
    
राष्ट्रपति ने कहा, अतीत में, पाकिस्तान हमारा महत्वपूर्ण साझीदार रहा है. हमारी सेनाओं ने साझे दुश्मनों के खिलाफ मिलकर काम किया है. पाकिस्तानी लोगों ने आतंकवाद एवं अतिवाद के कारण काफी कुछ झेला है. हम इस योगदान एवं बलिदान की कद्र करते हैं. 
    
उन्होंने कहा,   लेकिन पाकिस्तान ने कुछ ऐसे संगठनों को शरण भी मुहैया कराई है जो हमारे लोगों को मारने की रोजाना कोशिश करते हैं.   
    
ट्रंप के संबोधन के बाद अमेरिका के विदश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह दक्षिण एशिया संबंधी नई रणनीति में भारत की विस्तृत भूमिका की बात की.
     
उन्होंने कहा, भारत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों में अहम साझीदार रहेगा और हम अफगानिस्तान के राजनीतिक एवं आर्थिक आधुनिकीकरण को समर्थन मुहैया कराने में उसके योगदान का स्वागत करते हैं. 
     
टिलरसन ने पाकिस्तान से भी आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की अपील की.
     
उन्होंने कहा, पाकिस्तान को आतंकवाद के कारण बहुत कुछ सहना पड़ा है और वह क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के हमारे साझे लक्ष्यों में अहम साझीदार हो सकता है. 
     
टिलरसन ने कहा, हम चाहते हैं कि पाकिस्तान वहां स्थित उन आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जो क्षेत्र के लिए खतरा हैं. अमेरिकी हितों के लिए यह अहम है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान आतंकवादी पनाहगाहों को बंद करें. 
 

 

भाषा


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