पर्यावरण

Last Updated 06 Sep 2019 12:30:58 AM IST

पर्यावरण आज की समस्या है, और आज की ही चिंता का विषय भी। अगर आज हमारा जीवन अद्भुत है, तो इसलिए नहीं कि शेयर बाजार में उथल-पुथल हो रही है, या फिर किसी विशेष देश या समाज में विकास दर का प्रतिशत अच्छा है।


जग्गी वासुदेव

हमारा जीवन अच्छा इसलिए है कि हम पोषक खाना खा रहे हैं, स्वच्छ जल पी रहे हैं, और शुद्ध हवा में सांस ले रहे हैं। यह पूरी तरह से भुला दिया गया है। आज जो भोजन हम खा रहे हैं वह रसायनों से भरा हुआ है। जो पानी हम पी रहे हैं वह जहर से भरा है, और जरूर, हवा तो जहरीली है ही। मुझे लगता है कि तकनीक की सहायता से हम अगले 10 से 15 वर्षो में हवा का शुद्धिकरण कर लेंगे।

इस दिशा में एक बड़ा आंदोलन चल रहा है, लेकिन मिट्टी और पानी, ये बड़ी समस्याएं हैं। मिट्टी में ही जीवन पनपता है। मैं और आप, कुछ और नहीं, बस थोड़ी सी मिट्टी हैं। जो मिट्टी थी वह भोजन बन गया, जो भोजन था वह मांस और रक्त बन गया। अगर यह बात हमें आज समझ नहीं आती तो उस दिन समझ में आ ही जाएगी जब हम दफना दिए जाएंगे। अधिकतर लोगों को यह बहुत देर से समझ आता है, लेकिन हर किसी को कभी न कभी तो आ ही जाता है। दुर्भाग्यवश, मिट्टी एक ऐसी चीज है, जिसे अधिकतर लोग पर्यावरण की दृष्टि से नजरअंदाज कर देते हैं। हमने अपनी धरती की उपजाऊ मिट्टी को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। बर्फ  का पिघलना, शायद जल्दी नजर आ जाता हो, पर हमने मिट्टी को जो नुकसान पहुंचाया है वह ज्यादा खतरनाक है।

जो सब्जियां और फसल हम अपने देश में उगा रहे हैं, उनके पोषक तत्वों में, पिछले 25 वर्षो में लगभग 30% गिरावट आई है। यही कारण है कि लोग चाहे जो खाएं, वह पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो रहे। डॉक्टर कह रहे हैं कि अगर आप मांस न खाएं तो आप को पर्याप्त पोषण नहीं मिलेगा। एक ढंग से देखें तो वे पूरी तरह से गलत नहीं हैं। शाकाहारी भोज्य पदार्थ जिस ढंग से उगाए जा रहे हैं, उससे उनके पोषक तत्वों का नाश हो गया है। वे पौधों में कुछ ऐसा डाल रहे हैं, जो सिर्फ  भोजन जैसा दिखता है, पर वह भोजन नहीं है। वे आप को बस कचरा बेच रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि मिट्टी की गुणवत्ता बहुत नीचे आ गई है। आप अपनी मिट्टी को बस रासायनिक खादों और ट्रैक्टर से समृद्ध नहीं रख सकते। आप को जमीन पर पशुओं की आवश्यकता होती है।



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment