रुपया 15 पैसे टूटकर 88.31 प्रति डॉलर पर
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे टूटकर 88.31 (अस्थायी) पर बंद हुआ। निवेशकों ने जोखिम से बचने की बढ़ती धारणा के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीजा शुल्क में बढ़ोतरी से भारतीय लोगों द्वारा विदेश से पैसा भेजने पर होने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जताई।
![]() रुपया 15 पैसे टूटकर 88.31 प्रति डॉलर पर |
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि एच-1बी वीजा शुल्क में हालिया बढ़ोतरी से निकट भविष्य में भारतीय आईटी शेयरों से पूंजी निकासी हो सकती है और भारतीय रुपये पर दबाव पड़ सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 88.20 पर खुला, फिर कारोबार के दौरान इसने 88.34 के निचले स्तर और 88.12 के उच्चस्तर को छुआ। अंत में घरेलू मुद्रा 88.31 (अस्थायी) पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से 15 पैसे की गिरावट है।
शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे बढ़कर 88.16 पर बंद हुआ।
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि रुपया कमज़ोर रहेगा क्योंकि अमेरिकी वीज़ा शुल्क में बढ़ोतरी से बाज़ार की धारणा प्रभावित हो सकती है, जिसका असर घरेलू मुद्रा पर पड़ सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू बाज़ारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में कुल मिलाकर कमज़ोरी निचले स्तर पर रुपये को सहारा दे सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 88.05 से 88.60 के बीच रहने की उम्मीद है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर इंडेक्स 0.12 प्रतिशत घटकर 97.52 रह गया।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.54 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स 466.26 अंक गिरकर 82,159.97 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 124.70 अंक गिरकर 25,202.35 अंक पर आ गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध आधार पर 390.74 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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