ओडिशा में पहले चरण में 5जी सेवा शुरू की जाएगी: वैष्णव
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि ओडिशा उन क्षेत्रों में शामिल होगा, जहां 5जी दूरसंचार सेवाएं उनकी शुरुआत के पहले चरण में ही उपलब्ध कराई जाएंगी।
![]() दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (फाइल फोटो) |
भुवनेश्वर में गुरूवार को एक कार्यक्रम से इतर वैष्णव ने कहा, “ओडिशा के पास पहले चरण में 5जी दूरसंचार सेवा तक पहुंच होगी। 5जी से उपयोगकर्ताओं को 4जी के मुकाबले 10 गुना ज्यादा इंटरनेट स्पीड मिल सकेगी।”
पहले चरण में देशभर में लगभग 13 शहरों में 5जी दूरसंचार सेवाएं उपलब्ध कराए जाने की संभावना है।
वैष्णव ने 5जी के विकिरण प्रभाव संबंधी आशंकाओं को भी खारिज किया। उन्होंने कहा, “5जी सेवा से पैदा होने वाली विकिरणों का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा अनुशंसित स्तर से बहुत नीचे है।”
छात्रों के साथ एक संवाद सत्र के दौरान मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने दूरसंचार ऑपरेटरों से अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास में 5जी प्रयोगशाला विकसित की गई है।
हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेनों का हो रहा है विकास, 2023 में हो जाएंगी तैयार : वैष्णव
वैष्णव ने यह भी बताया कि भारत 2023 तक हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन को विकसित करने पर विचार कर रहा है।
अश्वनी वैष्णव ने वहां बताया कि भारतीय रेलवे देश के सभी मुख्य भाग के साथ-साथ बिल्कुल अछूते पड़े भागों को भी रेलवे नेटवर्क से जुड़ना चाहती है। गति शक्ति टर्मिनल नीति और काम के जरिए भारत के सभी इलाकों को तेजी से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने वंदे भारत ट्रेन की सफलता का उदाहरण देते हुए बताया कि हमारा ध्यान केवल ट्रेन बनाने पर नहीं है बल्कि उत्तम क्वालिटी की ट्रेन अनगिनत सुविधाओं के साथ लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि वंदे भारत का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद अब शेष 72 ट्रेनों का सीरियल प्रोडक्शन जल्द शुरू होगा। उन्होंने बताया कि तीसरी वंदे भारत ट्रेन की गति सीमा 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। बुलेट ट्रेन द्वारा लिए गए 55 सेकंड की तुलना में यह 52 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच जाती है।
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