टाटा समूह ने आधिकारिक तौर पर संभाला एयर इंडिया का प्रबंधन,18000 करोड़ की बोली लगाकर सरकारी कंपनी को खरीदा
टाटा संस की सहायक कंपनी ने गुरुवार को आधिकारिक तौर पर एयर इंडिया का प्रबंधन संभाल लिया। सूत्रों ने बताया कि टाटा समूह द्वारा गुरुवार को एयर इंडिया का औपचारिक अधिग्रहण कर लिया गया है।
![]() |
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन, जो पूरे टाटा समूह को नियंत्रित करते हैं, ने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, आधिकारिक तौर पर एयर इंडिया गुरुवार को टाटा समूह को सौंप दी गई है। इसके अलावा टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया के अधिग्रहण के संबंध में औपचारिक घोषणा भी कर दी गई है।
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया को टाटा समूह को आधिकारिक रूप से सौंपे जाने से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। pic.twitter.com/E9tLGFe3Xo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2022
एयर इंडिया का रणनीतिक विनिवेश लेनदेन आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें प्रबंधन नियंत्रण के साथ एयर इंडिया के 100% शेयरों को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किया गया। सामरिक भागीदार के नेतृत्व में एक नए बोर्ड ने एयर इंडिया का कार्यभार संभाला: सचिव, DIPAM pic.twitter.com/Y1NGXt2Fix
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2022
टाटा संस के चेयरमैन ने 8 अक्टूबर, 2021 को टाटा समूह द्वारा बोली जीतने के बाद एयर इंडिया के आधिकारिक हैंडओवर (सौंपने) से पहले प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की है।
एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया आज समाप्त होती है। शेयरों को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया गया है, टैलेस प्राइवेट लिमिटेड एयर इंडिया की नई मालिक है। एयर इंडिया अब सरकार के अधीन नहीं रहा: निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग(DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडेय pic.twitter.com/lfWIvyJBgE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2022
टाटा ने 18,000 करोड़ रुपये की बोली जीती और 69 साल बाद एयर इंडिया को वापस ले लिया। नीलामी की प्रक्रिया में पिछले साल अक्टूबर में हुई थी और एयर इंडिया के लिए सर्वाधिक बोली लगाकर टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने इसे अपने नाम किया। टैलेस प्राइवेट लिमिटेड टाटा ग्रुप की ही कंपनी है।
इसके साथ ही एयर इंडिया अब भारत सरकार का उद्यम नहीं रह गई है और एक निजी संस्था बन गई है।
एयर इंडिया की ओर से टाटा संस की विमानन सहायक कंपनी टैलेस को बैलेंस शीट सौंपने के बाद यह बैठक हुई है, जो एयर इंडिया, एयर एक्सप्रेस और एयर इंडिया की ग्राउंड हैंडलिंग सेवा का प्रबंधन करेगी। टाटा समूह के अधिकारियों ने बैलेंस शीट की समीक्षा की और 24 जनवरी तक किसी भी सुधार के लिए भी विकल्प है। उसके बाद भारत सरकार एयर इंडिया, एयर एक्सप्रेस और इसकी ग्राउंड हैंडलिंग सेवा टाटा समूह को सौंप देगी और इसके साथ 100 प्रतिशत सरकारी पीएसयू का एयर इंडिया में विनिवेश पूरा हो जाएगा।
टाटा समूह ने पहले ही 27 जनवरी से एयर इंडिया की चार उड़ानों, अर्थात एआई864 मुंबई-दिल्ली, एआई687 मुंबई-दिल्ली, एआई945 मुंबई-अबू धाबी और एआई639 मुंबई-बेंगलुरु में उन्नत भोजन सेवा की घोषणा की है। अन्य उड़ानों और मार्गों में चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा।
इसके साथ ही, टाटा समूह प्रबंधन द्वारा केबिन क्रू की अच्छे से तैयारी का सुझाव पहले ही दिया जा चुका है, क्योंकि उनका कहना है कि चालक दल के सदस्य एयरलाइंस के ब्रांड एंबेसडर हैं। इसके अलावा उड़ान घोषणाओं में यात्रियों को अतिथि के रूप में संबोधित किया जाएगा और रतन टाटा का एक रिकॉर्डेड संदेश प्रत्येक उड़ान में चलाया जाएगा। लेकिन एयर इंडिया को लेकर टाटा की पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता ऑन टाइम शेड्यूल पर काम करना है।
| Tweet![]() |