अनुराग ठाकुर: मोदी सरकार की प्रभावी नीतियों से अर्थव्यवस्था में हुआ सुधार

Last Updated 02 Nov 2020 08:28:43 PM IST

केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि मोदी सरकार की प्रभावी आर्थिक नीतियों से अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिला है।


केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर

कोरोना महामारी से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान से उबरने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उठाए गए ठोस कदम और कुशल आर्थिक नीतियां बहुत कारगर साबित हुई हैं। उन्होंने बताया कि पीएमआई यानी पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स में सितंबर 56.8 प्वाइंट के मुकाबले अक्टूबर 58.9 प्वाइंट की उछाल को एक बड़ी उपलब्धि बताया है। कहा है कि पीएमआई 12 वर्षो के उच्चतम स्तर पर है। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बयान जारी कर कहा कि, "कोविड-19 के कारण दुनिया के अन्य देशों की तरह संकट में आई भारतीय अर्थव्यवस्था में अब प्रधानमंत्री मोदी की कुशल आर्थिक नीतियों के कारण सुधार होने लगा है। सितंबर महीने में पीएमआई (पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) 56.8 के मुकाबले अक्टूबर महीने में 58.9 प्वाइंट पहुंचना, अर्थव्यवस्था में तेजी का संकेत है। यह यूपीए सरकार शासनकाल में आई मंदी के समय यानी की पिछले 12 वर्षों में सर्वाधिक है। ये आंकड़ा मांग में तेजी व उत्पादन में बढ़ोत्तरी को दिखाता है। भारत का विनिर्माण क्षेत्र लगातार सही दिशा में बढ़ रहा है व अक्टूबर महीने का पीएमआई डेटा तमाम सकारात्मक संकेत दे रहा है। कोविड-19 के प्रतिबंध हटाए जाने के बाद फैक्ट्रियां पूरी रफ्तार से उत्पादन कर रही हैं, जिसे नए काम में बढ़ोतरी का समर्थन मिल रहा है।"

वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि, "अक्टूबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 10 प्रतिशत ज्यादा रहा है। एक साल पहले समान अवधि यानी अक्टूबर 2019 में जीएसटी कलेक्शन 95,379 करोड़ रुपए रहा था। अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1.05 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा रहा है। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा 1 लाख करोड़ के पार पहुंचा है। 31 अक्टूबर 2020 तक कुल 80 लाख जीएसटीआर-3बी रिटर्न फाइल किए गए हैं। इसकी बदौलत अक्टूबर-2020 ग्रॉस जीएसटी रेवेन्यू 1,05,155 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। इसमें 19,193 करोड़ रुपए का सीजीएसटी 5,411 करोड़ रुपए का एसजीएसटी और 52,540 करोड़ रुपए का आईजीएसटी शामिल है। इसके अलावा 8,011 करोड़ रुपए सेस के जरिए मिले हैं। आईजीएसटी में आयात किए गए सामान से वसूले गए 23,375 करोड़ रुपए भी शामिल हैं।"

अनुराग ठाकुर ने बताया कि, "करदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चालू वित्त वर्ष में अब तक 1.27 लाख करोड़ रुपये के आयकर रिफंड जारी किये जा चुके हैं। इस वित्त वर्ष में 1,27,000 करोड़ रुपये का आयकर रिफंड व्यक्तियों और कारोबारियों के बैंक खातों में पहुंचाया जा चुका है। कुल टैक्स रिफंड में व्यक्तिगत इनकम टैक्स रिफंड 34,532 करोड़ रुपये और कॉरपोरेट टैक्स रिफंड 92,376 करोड़ रुपये है। व्यवसाय जगत को परेशानी के इस दौर में नकदी उपलब्ध होती रहे, यह सुनिश्चित करते हुये यह किया गया है। रिफंड जारी करने की यह प्रक्रिया पूरी तरह से स्वचालित और पारदर्शी है।"

आईएएनएस
नई दिल्ली


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