दिल्ली में वाहन पंजीकरण में 37 फीसद की गिरावट
कोरोना का असर राजधानी की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार अगस्त महीने में वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट आई है।
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जुलाई में राजधानी में 37,942 वाहनों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन अगस्त में वाहन बिक्री में गिरावट आई व 24,714 वाहनों का ही पंजीकरण कराया गया। लॉकडाउन के बाद जुलाई में कार और स्कूटर की बिक्री बढ़ी थी, लेकिन अगस्त महीने में बिक्री में गिरावट आई है।
जुलाई की अपेक्षा अगस्त में वाहनों की बिक्री में करीब 37 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। कोरोना संक्रमण का असर राजधानीवासियों पर पड़ा है। कोरोना संक्रमण के कारण आर्थिक मंदी आ चुकी है। अप्रैल महीने में दो पहिया और चार पहिया 1856 वाहनों का पंजीकरण कराया गया। इसके बाद वाहनों के पंजीकरण में वृद्धि दर्ज की गई। मई में 8861,जून में 31887 और जुलाई में 37490 वाहनों का पंजीकरण कराया गया। लेकिन इसके विपरीत अगस्त में जुलाई की तुलना में 35 प्रतिशत की कमी आ चुकी है, अगस्त में सिर्फ 23316 दो पहिया और चार पहिया वाहनों का पंजीकरण कराया गया।
स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर में ट्रांसपोर्ट प्लानिंग के विशेषज्ञ प्रोफेसर सेवाराम के अनुसार वाहनों की बिक्री हर महीने बढ़ने से यह आंकलन लगाया जा रहा था कि राजधानी की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। अगस्त में वाहनों के कम पंजीकरण से साफ है कि कोरोना काल के साथ ही अर्थव्यवस्था में मंदी व्याप्त है।
अगस्त में 24714 वाहनों का पंजीकरण कराया गया, पिछले वर्ष इसी अवधि में 49103 वाहनों का पंजीकरण कराया गया था। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार हर बार की तरह इस बार भी बाइक और स्कूटर का पंजीकरण सबसे अधिक कराया गया है। इस वर्ष एक अप्रैल से 31 अगस्त तक 76105 बाइक और स्कूटर का पंजीकरण कराया गया लेकिन इस पर भी कोरोना का असर साफ नजर आ रहा है।
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