आर्थिक पैकेज पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आज 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को आर्थिक पैकेज के संबंध में जानकारी देंगी। सीतारमण शाम चार बजे संवाददाता सम्मेलन में आर्थिक पैकेज के बारे में बताएंगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो) |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कोविड-19 महामारी के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में छाई मंदी से उबारने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की थी। सीतारमण इस आर्थिक पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी देंगी।
इससे पहले वित्त मंत्री ने कई सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं। इनमें उनका कहना है कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ प्रगति नहीं बल्कि कायाकल्प है। निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘हम महामारी की इस चुनौती को अवसर में बदलेंगे.’ उनका आगे कहना था कि आत्मनिर्भर भारत नाम के इस अभियान का मतलब खुद को अलग करना नहीं बल्कि मिलकर काम करना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘हम अपनी क्षमताएं बढ़ाएंगे, लोगों को हुनर सिखाएंगे और मजबूत होकर दुनिया में प्रतिस्पर्धा करेंगे।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह निर्मला सीतारमण ने भी 2001 में गुजरात के कच्छ में आए भूकंप का जिक्र किया और कहा कि लोगों की जिजीविषा और प्रतिबद्धता से यह इलाका फिर से खड़ा हो गया।
Indian economy has acquired strength in its various dimensions. Now, we can confidently engage with the world. We aim at overall transformation & not incremental changes. We shall convert the pandemic challenge into an opportunity. #AatmanirbharBharat will integrate not isolate.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 12, 2020
देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट से जूझ रहे देश के विभिन्न वर्गों के लिए मंगलवार को कुल 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने रात आठ बजे से देश को संबोधित करते हुए कहा, "आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं। हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉज सभी पर बल दिया गया है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, लघु, मंझोले उद्योग, एमएसएमई के लिए हैं। जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है। यह आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, उस किसान के लिए है, जो हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम करते हैं। यह आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देकर देश के विकास में योगदान देता है। यह पैकेज आर्थिक जगत के लिए है जो भारत के आर्थिक विकास को बुलंदी देते हैं। आगे वित्त मंत्री के स्तर से इस आर्थिक पैकेज की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।"
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