CAIT ने की अपील- दुकानें खोलने की न करें जल्दबाजी, राज्य सरकारों के आदेश का इंतजार करें व्यापारी

Last Updated 25 Apr 2020 01:43:09 PM IST

गृह मंत्रालय की ओर से हॉटस्पॉट्स और कंटेंनमैंट क्षेत्रों को छोड़कर अन्य स्थानों पर शर्तों के साथ दुकानें खोलने की छूट दिए जाने पर छोटे व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने व्यापारियों से अहम अपील की है।


कैट ने व्यापारियों से कहा है कि वे राज्य सरकारों के आदेश का इंतजार करने के बाद ही कोई कदम उठाएं।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि गृहमंत्रालय ने दुकानें खोलने का आदेश दिया है। मगर अभी राज्य सरकारों के निर्णय की प्रतीक्षा करनी होगी। राज्य सरकारों की ओर से जैसा आदेश आए, उसी अनुरूप संबंधित राज्यों के व्यापारी दुकानें खोलने का निर्णय लें।

उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने शर्तों के साथ दुकानें खोलने की अनुमति दी है। इस नाते सुरक्षा निर्देशों का दुकानदार ख्याल रखेंगे और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन भी करेंगे।दुकानों में सिर्फ 50 प्रतिशत से ज्यादा कर्मचारी नहीं रखेंगे और लोग मास्क लगाकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी सरकार ने ई-कामर्स और शॉपिंग माल्स को खोलने की अनुमति नहीं दी है।

बता दें कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार की देर रात जारी अपने एक आदेश में राज्यों में दुकान और स्थापना अधिनियम के तहत पंजीकृत आवासीय परिसरों में चलने वालीं सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है।

नगर निगमों और नगर पालिकाओं की सीमा को छोड़कर, बाजार परिसरों की दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। एकल और बहु-ब्रांड मॉल की दुकानों को कहीं भी खोलने की अनुमति नहीं होगी। खास बात है कि हॉटस्पाट वाले एरिया में दुकानों को खोलने की छूट नहीं दी गई है।

दिल्ली के कागज व्यापारी फिलहाल नहीं खोलेंगे दुकान

दिल्ली में कागज और स्टेशनरी के कारोबारी दुकानें खोलने को लेकर फिलहाल असमंजस में हैं। एक ओर जहां केंद्र सरकार ने दुकानें खोले जाने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है वहीं इन व्यापारियों को अभी तक दिल्ली सरकार की ओर से ऐसी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। दिल्ली पेपर मरचेंट्स एसोसिएशन ने दिल्ली सरकार का आदेश आने तक दुकानें नहीं खोलने का निर्णय लिया है।

दिल्ली पेपर मरचेंट्स एसोसिएशन के महामंत्री पीयूष जैन ने सभी सदस्य दुकानदारों को एक संदेश प्रेषित करते हुए कहा, "एसोसिएशन के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गया आदेश जोकि 24 अप्रैल 2020 का है जिसमें केवल ग्रीन जोन स्थित एकल दुकानें शर्तों के साथ खोलने के लिए आदेश किया गया है, से अभी कोई भी कार्रवाई तत्काल न करें। इस आदेश के परिप्रेक्ष्य में अभी दिल्ली सरकार इसे नोटिफाई करके एक और आदेश करेगी, वह आदेश प्रभावी होगा तब तक के लिए प्रतीक्षा करें।"

कागज व्यापारियों के इस कदम का सबसे ज्यादा असर स्कूली छात्रों पर पड़ेगा। कागज कारोबार बंद होने के कारण छात्रों को नोटबुक्स एवं अन्य प्रकार की स्टेशनरी मिलने में दिक्कतें पेश आ सकती हैं।

दिल्ली में कागज की सबसे बड़ी मार्केट चावड़ी बाजार के सभी व्यापारियों को एसोसिएशन के इस निर्णय से अवगत कराया गया है जिसके बाद यहां कारोबारियों ने फिलहाल दुकान न खोलने का फैसला किया है।

गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में स्कूली छात्रों की कॉपियां, रजिस्टर व अन्य लेखन सामग्री चावड़ी बाजार और नई सड़क की दुकानों से ही सप्लाई की जाती हैं।

दिल्ली पेपर मरचेंट्स एसोसिएशन के पीयूष जैन ने दुकानदारों से कहा, "संपूर्ण एवं पूरी सूचना की पुष्टि होने के बाद ही आप लोगों को सारी जानकारी दी जाएगी तथा नियमों से भी अवगत करा दिया जाएगा कि आप अपने प्रतिष्ठान खोल सकते हैं अथवा नहीं। साथ ही यह भी बताया जाएगा कि यदि दुकानें खोली जा सकती हैं तो हम किन परिस्थितियों में और कैसे खोल सकते हैं।"

एसोसिएशन ने चावड़ी बाजार के सभी कागज व्यापारियों से कहा है कि जब तक दिल्ली सरकार से कोई नई सूचना नहीं आती तब तक दुकानें, ऑफिस, गोदाम बंद ही रहेंगे। एसोसिएशन के इस निर्णय के बाद फिलहाल छात्रों को लेखन संबंधी सामग्री खरीदने के लिए अभी कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है।
 

 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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