देश के 400 रेलवे स्टेशन होंगे ईको फ्रेंडली

Last Updated 02 Oct 2019 02:34:03 AM IST

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश के चार सौ रेलवे स्टेशन पूरी तरह से ईको फ्रेंडली हो जाएंगे।


देश के 400 रेलवे स्टेशन होंगे ईको फ्रेंडली

इन स्टेशनों पर चाय, लस्सी और खानपान की वस्तुएं परोसने के लिए मिट्टी के कुल्हड़, गिलास और प्लेट का उपयोग किया जाएगा। मिट्टी के बर्तनों के साथ ही टेरिकोटा के बर्तनों का भी इस्तेमाल होगा। इसके लिए सभी जोनल रेलवे ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है और अपने-अपने प्रमुख स्टेशनों को चिह्नित कर लिया है। इन स्टेशनों के खानपान स्टॉल और वेंडरों के पास किसी तरह का प्लास्टिक नहीं दिखेगा।
सख्ती : ईको फ्रेंडली चार सौ स्टेशनों के अलावा अन्य रेलवे स्टेशनों पर भी सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर सख्ती रहेगी। सख्ती के तौर पर जबरदस्त निगरानी रहेगी। साथ ही खानपान वेंडरों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने को लेकर सलाह भी दी जाएगी। हालांकि रेलवे स्टेशनों, रेलवे परिसरों और ट्रेनों में सिंगल यूज प्लास्टिक की वस्तुएं पॉलीथिन, कप, गिलास, प्लेट आदि का इस्तेमाल नहीं करने के लिए एक पखवाड़े पहले से अभियान चलाया जा रहा है। इस जागरूकता अभियान के तहत खानपान वेंडर स्वत: सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। इसकी जगह कागज के बने कप और गिलास का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस दौरान प्लास्टिक कचरे को एकत्र भी किया गया। 

बोतलबंद पानी : बोतलबंद पानी रेल नीर का उपयोग करने के बाद उस प्लास्टिक की बोतल को बटोरने के लिए आईआरसीटीसी ने एक कम्पनी से करार किया है। यह कम्पनी रेलनीर के प्लास्टिक बोतल को क्रश करने के बाद प्रमाणपत्र आईआरसीटीसी को देगी। आईआरसीटीसी अपने कई रेलनीर प्लांट से करीब 12 लाख बोतलबंद पानी का उत्पादन करता है। हालांकि रेलवे ने स्टेशनों पर पानी के प्लास्टिक बोतलों को क्रश करने के लिए मशीनें लगाई हैं।
स्टेशन स्वच्छता की सव्रे रिपोर्ट जारी करेंगे रेलमंत्री :  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर रेलमंत्री पीयूष गोयल बुधवार को स्टेशन स्वच्छता की सव्रे रिपोर्ट जारी करेंगे।  सव्रे के आधार पर रेलवे स्टेशनों की रेटिंग की जाएगी। यह कार्यक्रम कल नई दिल्ली में किया जाएगा। इस अवसर पर एक प्रदर्शनी भी लगेगी। इसमें यह दर्शाया जाएगा कि पहले रेलवे में सफाई और स्वच्छता की क्या स्थिति थी। उसे किस तरह से बेहतर किया गया है। इसमें बायो टॉयलेट की उपयोगिता को भी दर्शाया जाएगा।
मोहन के महात्मा : महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कल मुजफ्फरपुर-आनंद विहार टर्मिनल के लिए चलने वाली सप्तक्रांति ट्रेन मोहन के महात्मा थीम पर विनाइन रैपिंग से सुसज्जित नई एलएचवी कोच वाली होगी। यह ट्रेन जहां से गुजरेगी, वहां महात्मा गांधी के जीवनवृत्त को प्रस्तुत करेगी। ऐसा प्रयास कुछ अन्य जोनल रेलवे ने भी किया है।

विनोद श्रीवास्तव/सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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