बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर लुढ़की
कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादन घटने से आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर जुलाई में लुढ़क कर 2.1 फीसद पर आ गई। जुलाई, 2018 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 7.3 फीसद रही थी।
बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर लुढ़की |
इससे अर्थव्यवस्था में जल्द सुधारों की उम्मीदों को झटका लग सकता है।
सरकार के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मुख्य रूप से कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन घटने से कोर सेक्टर की वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी है। इस दौरान इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में वृद्धि भी धीमी रही।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में आठ बुनियादी उद्योगों का भारांश 40.27 फीसद है। इन उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली आते हैं। आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन महीने में कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में इससे पिछले साल के समान महीने की तुलना में गिरावट आई। इसी तरह इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर में भी गिरावट आई।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई की चार माह की अवधि के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर आधी यानी तीन फीसद रह गई है। इससे पिछले वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 5.9 फीसद रही थी। इस साल अप्रैल से लगातार बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर नीचे आ रही है। अप्रैल में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 5.2 फीसद रही थी जो अप्रैल, 2018 में 5.8 फीसद थी। मई में यह घटकर 4.3 फीसद और जून में 0.7 फीसद पर आ गई।
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