संभल कर रहें
जिस बात की आशंका थी, वही हो रहा है। खबर है कि कई लोगों को कोरोना का संक्रमण दोबारा हो रहा है।
संभल कर रहें |
दिल्ली में अगस्त के पहले हफ्ते में किए गए सीरो सव्रे में कोविड-19 से उबरे 257 लोगों में से 79 के शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ कोई एंटीबॉडी नहीं पाई गई। ये वो लोग थे जो कोरोना से पीड़ित थे। इससे साफ तौर पर इस बात की पुष्टि होती है कि उन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, जो कोरोना से उबर चुके हैं। स्वाभाविक तौर पर कोरोना को लेकर कई तरह की आशंकाएं और संशय बरकरार हैं। सबसे बड़ा कन्फ्यूजन इस बात को लेकर था कि कोरोना से ठीक होने बाद क्या किसी को दोबारा कोरोना का संक्रमण हो सकता है? लेकिन मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा कि कोविड में रीइन्फेक्शन हो सकता है।
हालांकि ऐसा नहीं है कि सिर्फ दिल्ली में ऐसे मामले देखे गए। अन्य राज्यों में भी दोबारा लोगों को संक्रमित होते पाया गया। वैश्विक स्तर पर बात करें तो चीन, इटली, हांगकांग आदि देशों में भी कोरोना से ठीक होकर घर लौटे मरीजों को दोबारा संक्रमण की मार झेलनी पड़ी यानी अभी यह दावे के साथ नहीं कहा जा सकता कि कोरोना दोबारा किसी को अपना शिकार नहीं बना सकता। यह भी देखा गया कि कोरोना से ठीक होने वाले लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें भी आ रही हैं। साफ है कि अगर कोई कोरोना के संक्रमण से ठीक हुआ और मानकर निश्चिंत हो जाए कि उसे दोबारा संक्रमण नहीं होगा, तो यह उसकी गलतफहमी होगी। इसलिए संक्रमण से ठीक होने पर भी सावधानी में किसी तरह की कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
सतर्कता, समझदारी और सफाई व्यवस्था का अनुशासन में रहकर पालन करने से ही हम इस जानलेवा बीमारी को मात दे सकते हैं। इसका बचाव यही है कि हम सभी अपनी आदतों में हाथ धोना हमेशा शामिल रखें। हाथों, फेस, खुले शरीर को संक्रमण से बचाने के लिए सैनीटाइज करें। फेस मास्क का हमेशा इस्तेमाल करें। घर-बाहर संक्रमण से बचने के लिए खास साफ-सफाई रखें। लोगों से दूरी बना कर रखें। बीमार लोगों से दूर रहें। यह इसलिए भी जरूरी है कि तमाम उपायों के बावजूद संक्रमितों की संख्या कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। लिहाजा, सुरक्षात्मक उपाय ही बचाव की कुंजी है।
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