बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा, सलामत रहे दोस्ताना हमारा: कांबली
भारतीय क्रिकेट टीम के दो दिग्गज चेहरे सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली के बीच अब दूरियां मिट गई है और कांबली ने एक फिल्मी गाने के माध्यम से इसकी पुष्टि भी की है.
(फाइल फोटो) |
बचपन में दोस्त रहे सचिन और कांबली ने 1998 में एक स्कूली मैच के दौरान 664 रन की विशाल साझेदारी की थी. दोनों दिग्गज क्रिकेटर बचपन में एक साथ पढ़े भी और फिर दोनों टीम इंडिया के लिए साथ खेले भी. लेकिन आठ साल पहले 2009 में कांबली ने एक टीवी शो में यह कहकर तहलका मचा दिया था कि सचिन ने उन्हें क्रिकेट में वापसी के लिए मदद नहीं की. इसके बाद से दोनों के बीच दूरियां बढ़ती गई और फिर यह दूरी पत्रकार राजीव सरदेसाई की पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में जाकर समाप्त हुई.
कार्यक्रम के दौरान कांबली ने सचिन से मुलाकात की और फिर कहा कि उनके और सचिन के बीच अब दूरियां मिट गई है और वे दोनों अब पहले जैसे ही दोस्त हैं.
कांबली ने ट्वीट किया, वो ख्वाबों के दिन, वो किताबों के दिन. सवालों की रातें वो जवाबों के दिन. यहीं साथ खेले हुए हम जवां हुए. बने चाहे दुश्मन जमाना, सलामत रहे दोस्ताना हमारा.
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कांबली ने सचिन के साथ सेल्फी भी ली और दोनों दिग्गजों ने एक दूसरे से बातचीत भी की. कांबली ने प्रशंसकों से कहा कि सचिन के साथ उनकी यह अब तक की पहली सेल्फी है. उन्होंने कहा, मेरे सभी प्रिय मित्र और प्रशंसक. मास्टर ब्लास्टर के साथ मेरी यह पहली सेल्फी है.
भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे खेलने वाले कांबली ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, मास्टर ब्लास्टर, आई लव यू.
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