प्लेयर ऑफ द मैच बनीं हरमनप्रीत ने कहा- मैं खुद को साबित करना चाहती थी
आईसीसी महिला विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में छह बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की हीरो रहीं भारतीय बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि वह इस मौके को भुनाकर खुद को साबित करना चाहती थी.
![]() प्लेयर ऑफ द मैच बनीं हरमनप्रीत |
चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी हरमनप्रीत ने 115 गेंदों में 20 चौके और सात छक्के लगाकर नाबाद 171 रन की अविश्वसनीय पारी खेलते हुये भारत को 42 ओवर के मैच में 281 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया था. इस मैच में गेंदबाजों ने भी जबरदस्त खेल दिखाते हुये आस्ट्रेलिया को 245 पर ढेर कर फाइनल में जगह बना ली जहां वह खिताब के लिये इंग्लैंड से भिड़ेगी.
प्लेयर ऑफ द मैच बनीं 28 वर्षीय हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा पूरे टूर्नामेंट में मुझे ठीक से बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला. लेकिन जब इस मैच में मेरे पास मौका आया तो मैं इसका पूरा फायदा उठाना चाहती थी और खुद को साबित करना चाहती थी.
बल्लेबाज ने साथी खिलाड़यिों की भी उनकी पारियों और मदद के लिये प्रशंसा की. उन्होंने कहा मैं भगवान का धन्यवाद करना चाहती हूं कि मैंने जैसा सोचा वैसा ही हो पाया. मिताली राज और वेदा कृष्णामूर्ति ने भी बहुत ही अच्छी पारियां खेलीं और दीप्ति ने भी मुझे सहयोग किया.
हरमनप्रीत पहली भारतीय महिला बल्लेबाज भी हैं जिन्हें आस्ट्रेलिया की मशहूर बिग बैश लीग और किया सुपर लीग में खेलने का मौका मिला.
हालांकि टूर्नामेंट में वह अब तक खुद को साबित नहीं कर सकीं क्योंकि मध्यओवरों में उन्हें पांच पारियों में केवल 91 गेंदे ही खेलने का मौका मिल सका था. लेकिन सेमीफाइनल में उन्होंने अपने करियर के तीसरे शतक से भारत को फाइनल का टिकट दिलाकर सारी कसर पूरी कर ली.
वीरेंद्र सहवाग को आदर्श मानने वाली हरमनप्रीत ने कहा मेरी योजना इस मैच में काफी सामान्य थी कि गेंद को देखो और उसे हिट करो. मैं जानती हूं कि आस्ट्रेलियाई गेंदबाज अच्छी दिशाओं में गेंदबाजी कर रही थीं लेकिन मैं केवल स्ट्राइक रोटेट करते हुये बड़ा स्कोर करना चाहती थी.
पांचवें नंबर पर मौजूद दीप्ति शर्मा ने हरमनप्रीत को एक छोर पर टिके रहकर रन बनाने में काफी सहयोग दिया और दोनों बल्लेबाजों ने 137 रन की साझेदारी निभाई. हरमनप्रीत ने कहा मैंने दीप्ति को कहा था कि वह केवल स्ट्राइक रोटेट करें और खुद पर रन बनाने का दबाव न लें. मैं गेंद को हिट कर रही हूं और स्ट्राइक मेरे पास रखें बाकी रन बनाने की जिम्मेदारी मैं निभाऊंगी. दीप्ति ने वैसा ही किया और मेरी काफी मदद की.
हालांकि छह बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया के साथ यह मैच काफी हाईवोल्टेज रहा और एक समय दो रन पूरा करने को लेकर हरमनप्रीत और दीप्ति के बीच कुछ बहस भी हुई. प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ी ने कहा मैच के दौरान ऐसा गुस्से में हो गया. लेकिन बाद में मैंने उन्हें इसके लिये माफी मांगी क्योंकि मैं अपना विकेट नहीं गंवाना चाहती थी. मैं यह भी नहीं चाहती थी कि वह अपना विकेट खो दें. लेकिन हम जीतकर बहुत खुश हैं.
भारत और मेजबान इंग्लैंड अब आईसीसी महिला विश्वकप का फाइनल 23 जुलाई को लार्डस में होगा.
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