बैठकर भारतीय टीम को खेलते हुए देखना हताशा भरा था: रोहित
जांघ की मांसपेशियों के आपरेशन के कारण पांच महीने क्रिकेट से दूर रहने के बाद वापसी करने वाले मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि हालांकि यह हताशा भरा था लेकिन अब वह मैदान पर वापसी करने को लेकर उत्सुक हैं.
रोहित शर्मा (फाइल फोटो) |
राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ छह अप्रैल को होने वाले मुंबई इंडियन्स के पहले मैच से पूर्व अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में रोहित ने कहा, ‘‘मैं लंबे समय तक बाहर रहा, असल में पांच महीने से अधिक. मैं मैदान पर वापसी को लेकर बेताब हूं. मैं काफी मैचों से चूक गया लेकिन जब चोट लगती है तो यह खिलाड़ी के करियर का हिस्सा होता है. मैं पीछे मुड़कर नहीं देख रहा और सत्र की अच्छी शुरूआत करना चाहता हूं.’’
न्यूजीलैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम में एकदिवसीय मैच के दौरान चोटिल होने के बाद रोहित इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और सीमित ओवरों की श्रृंखला के अलावा आस्ट्रेलिया के खिलाफ
टेस्ट श्रृंखला में भी नहीं खेल पाए.
रोहित ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैं डर गया था, मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ था. रन लेने के दौरान मैंने काफी तेज आवाज सुनी. मैंने एमआरआई कराया लेकिन समय बीतने के साथ हमने काफी डाक्टरों के साथ संपर्क किया और (भारतीय टीम के फिजियो) पैट्रिक फरहार्ट से भी बात की. उन सभी ने भरोसा दिलाया कि यह बड़ी समस्या नहीं है और छोटी चोट है. मैं काफी सहजता से इस प्रक्रिया से गुजरा.’’
रोहित इससे सहमत नहीं है कि यह चोट उनके करियर को झटका है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ 29 साल का हूं. पांच महीने क्रि केट से चूका इतना बुरा नहीं है. यह चीजें भविष्य में भी होंगी. अपने करियर में आप मैचों से चूकते हो. ऐसा पहले भी हुआ है और अब यह हैरानी भरा नहीं है.’’
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