भारत को मिली कॉमनवेल्थ निशानेबाजी, तीरंदाजी की मेजबानी

Last Updated 25 Feb 2020 04:49:31 AM IST

भारत कॉमनवेल्थ निशानेबाजी और तीरंदाजी चैंपियनशिप की मेजबानी जनवरी 2022 में चंडीगढ़ में करेगा और बर्मिंघम में होने वाले खेलों में इसके पदकों को ‘प्रतिस्पर्धी देशों की रैंकिंग’ के लिए जारी होने वाली अंतिम तालिका में शामिल किया जाएगा।


भारत को मिली कॉमनवेल्थ निशानेबाजी, तीरंदाजी की मेजबानी

कॉमनवेल्थ खेल महासंघ (सीजीएफ) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इन दोनों स्पर्धाओं के पदकों को हालांकि कॉमनवेल्थ गेम्स के समापन समारोह के एक सप्ताह बाद अंतिम तालिका में जोड़ा जाएगा।
सीजीएफ ने यहां 21 से 23 फरवरी तक चली कार्यकारी बोर्ड की बैठक में यह फैसला किया। इस फैसले को भारत की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा जिसने निशानेबाजी को हटाए जाने के बाद 2022 बर्मिंघम खेलों के बहिष्कार की चेतावनी दी थी। सीजीएफ की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ‘भारत में कॉमनवेल्थ तीरंदाजी और निशानेबाजी चैंपियनशिप का आयोजन 2022 में होगा। इसके आयोजन से जुड़े मामले को सीजीएफ के कार्यकारी बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया गया है।’ इन दोनों स्पर्धाओं का आयोजन चंडीगढ़ में जनवरी 2022 में होगा जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन 27 जुलाई से सात अगस्त 2022 तक होगा।
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘इस फैसले से यह साफ हो गया कि चंडीगढ़ 2022 और बर्मिंघम 2022 अलग-अलग कॉमनवेल्थ खेल प्रतियोगिताएं होंगी।’ इसके मुताबिक, ‘बर्मिंघम 2022 खेलों के समापन समारोह के एक सप्ताह बाद सीजीएफ पदक तालिका जारी करेगा जिसमें चंडीगढ़ 2022 कॉमनवेल्थ निशानेबाजी और तीरंदाजी चैंपियनशिप के पदकों को प्रतिस्पर्धी देशों की वैध रैंकिंग के रूप में जारी किया जाएगा।’ खेल की दुनिया में हालांकि ऐसे बेहद ही कम मौके रहे हैं जब किसी बड़े खेलों के मेजबान के अलावा दूसरी जगह आयोजित होनी वाली प्रतियोगिता के पदक को अंतिम तालिका में शामिल किया जाता है।

राष्ट्रमंडल निशानेबाजी चैंपियनशिप का विचार रखने वाले भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने भी माना कि सीजीएफ का यह फैसला अपने आप में ‘अद्वितीय और अभूतपूर्व’ है जो खेलों में ‘मील का पत्थर’ साबित होगा। इससे पहले जुलाई 2019 में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स से निशानेबाजी को हटाए जाने के विरोध में इसका बहिष्कार करने की घमकी दी थी।
सीजीएफ अध्यक्ष लुइस मार्टिन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड ग्रेवेमबर्ग के नवम्बर में भारत दौरे के बाद आईओए ने दिसम्बर में वाषिर्क आम सभा की बैठक के बाद इस बहिष्कार को वापस ले लिया था। आईओए ने इसके बाद निशानेबाजी के साथ तीरंदाजी की मेजबानी का प्रस्ताव इस शर्त के साथ रखा था कि इसके पदकों को 2022 कॉमनवेल्थ खेलों की तालिका में जोड़ा जाए। भारत सरकार ने भी तुरंत दोनों प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिए मंजूरी दे दी थी। निशानेबाजी चैंपियनशिप के खर्च के बड़े हिस्से को एनआरएआई द्वारा पूरा किया जाना है जबकि तीरंदाजी प्रतियोगिता के लिए पूरी राशि भारत सरकार देगी।
भारत के इस प्रस्ताव का अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ और विश्व तीरंदाजी ने भी समर्थन किया था। सीजीएफ अध्यक्ष मार्टिन ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि भारत के कॉमनवेल्थ निशानेबाजी और तीरंदाजी चैंपियनशिप को जनवरी 2022 में चंडीगढ़ में आयोजित करने की महत्वकांक्षी योजना को मंजूरी मिल गई।’ उन्होंने कहा, ‘कॉमनवेल्थ तीरंदाजी और निशानेबाजी खिलाड़ियों को अब एक शानदार प्रतियोगिता में भाग लेने का अभूतपूर्व मौका मिलेगा जो कॉमनवेल्थ खेलों की सर्वश्रेष्ठ क्षमता को प्रदर्शित करेगा और राष्ट्रमंडल खेल अभियान को बढ़ावा देगा।’

भाषा
लंदन


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment