उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरूवार को बाल श्रम को एक ‘अभिशाप’ बताया और नागरिकों से इस प्रथा के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर बच्चे को शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और नैतिक मूल्य मिलें।
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर उन्होंने कहा, ‘‘बाल श्रम अभिशाप है, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। आइए, इस विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर हम हर बच्चे को शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और संस्कार से जोड़ने का संकल्प लें।’’
उन्होंने कहा कि बाल श्रम के विरुद्ध जागरुकता और सहयोग से ही हम एक संवेदनशील, सशक्त समाज के भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस प्रतिवर्ष 12 जून को मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत वर्ष 2002 में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) द्वारा विश्व भर में बाल श्रमिकों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए की गई थी।