संभल के प्रमुख चौराहों पर प्रतिमाएं लगाये जाने का प्रस्ताव पारित, विधायक ने की आलोचना
संभल नगर पालिका ने शहर के मुख्य चौराहों पर कुछ चुनिंदा हस्तियों की प्रतिमाएं लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के क्षेत्रीय विधायक इकबाल महमूद ने इसकी आलोचना की है।
![]() |
संभल नगर पालिका के वार्ड संख्या 18 से भारतीय जनता पार्टी की पार्षद चंचल सनी गुप्ता ने बुधवार को 'पीटीआई—भाषा' को बताया कि हाल ही में नगर पालिका की बैठक में उन्होंने शहर के प्रमुख चौराहों पर प्रतिमाएं लगाने का प्रस्ताव रखा था।
इनमें चंदौसी चौराहे पर पृथ्वीराज चौहान, शंकर चौराहे पर भगवान परशुराम, सद्भावना पार्क के पास माता अहिल्याबाई होल्कर, मोहल्ला ढेर पार्क में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी और नखासा चौराहे के पास पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की प्रतिमाएं लगाये जाने का प्रस्ताव शामिल था।
गुप्ता ने बताया कि बोर्ड ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया है और तीन प्रतिमाओं पर काम शुरू हो चुका है। उनके अनुसार सम्राट पृथ्वीराज चौहान, भगवान परशुराम और माता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमाएं पहले लगाई जाने की उम्मीद है।
हालांकि, संभल सदर सीट से सपा के विधायक इकबाल महमूद ने इस फैसले की आलोचना की है। महमूद ने संवाददाताओं से कहा कि वह मूर्तियां लगाये जाने के खिलाफ नहीं हैं लेकिन उच्चतम न्यायालय ने मूर्तियों की स्थापना पर रोक लगायी है अत: चौराहों पर मूर्तियां लगाना अदालत के आदेश की अवहेलना होगा।
महमूद ने कहा, ''मैंने उच्चतम न्यायालय के आदेश की एक प्रति जिलाधिकारी कार्यालय को भेज दी है ताकि उन्हें किसी भी तरह की मुश्किल का सामना न करना पड़े। मेरी आपत्ति मूर्तियों पर नहीं बल्कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के संभावित उल्लंघन को लेकर है।''
सपा विधायक इकबाल महमूद के विरोध के बारे में पूछे जाने पर पार्षद चंचल सनी गुप्ता ने कहा, ''एक बार नगर निगम बोर्ड ने प्रस्ताव पारित कर दिया है तो विधायक उसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते।''
संभल नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी मणि भूषण तिवारी ने पुष्टि की कि प्रतिमा स्थापना का प्रस्ताव नगर पालिका बोर्ड ने पारित कर दिया है और इस पर चरणबद्ध तरीके से काम हो रहा है।
उच्चतम न्यायालय के आदेश को लेकर सपा विधायक की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने आश्वासन दिया कि प्रतिमा स्थापना का काम 'नियमानुसार' किया जाएगा।
| Tweet![]() |