9 महीनों में उत्तर प्रदेश पहुंचे 32 करोड़ से ज्यादा सैलानी, पर्यटकों की पहली पसंद बना UP
पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या में गुणात्मक वृद्धि हुई है। खास करके काशी ,प्रयागराज और अयोध्या में। आलम यह है कि 2023 में सिर्फ नौ महीनों में 32 करोड़ से अधिक पर्यटक उत्तर प्रदेश में आए।
![]() पर्यटकों की पहली पसंद बना UP |
इसका मतलब यह हुआ कि आज उत्तर प्रदेश को लेकर सैलानियों की न सिर्फ धारणा बदली है बल्कि उन्हें यहां ऐसी सहूलियतें भी मिलने लगी हैं जिसकी वो अपेक्षा करते थे। वर्षों से इस बात को लेकर चर्चा हुआ करती थी कि उत्तर प्रदेश में इतने ढेर सारे तीर्थ,पर्यटन और दर्शनीय स्थल है , बावजूद इसके यहां का पर्यटन उद्योग, क्यों पीछे रहता रहा। संभव है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने इस ओर उतना ध्यान ना दिया हो जितना ध्यान देने के आवश्यकता थी।आगे बढ़ें, उसके पहले आइए जान लेते हैं कि 2023 के मात्र नौ महीनों में जो रिकार्ड पर्यटक यहां पहुंचे हैं ,उनमें सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश का कौन सा जिला है। इस श्रेणी में सबसे ऊपर काशी है। नौ महीनों में सिर्फ काशी में ही 8 करोड़ 42 लाख पर्यटक पहुंचे।
यानि 2023 के जनवरी से लेकर सितम्बर तक देशी सैलानियों की संख्या 31 करोड़ ,91 लाख ,95 हजार 206 रही, जबकि विदेशी सैलानियों की संख्या 9 करोड़ 54 लाख ,866 रही। बात करें बनारस की ,तो इनमें से बनारस पहुँचने वाले सैलानियों की संख्या 8 करोड़ ,42 लाख ,4 हजार 814 रही। जिनमें देशी पर्यटकों की संख्या 8 करोड़ 40 लाख 71 हजार 726 है। वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या 1 करोड़ 33 लाख 88 रही है। इस सूचि में दूसरा नंबर प्रयागराज का है।
यहां कुल 4 करोड़ 49 लाख 95 हजार 996 सैलानी पहुंचे, जिनमें देशी पर्यटकों की संख्या 4 करोड़ 49 लाख 93 हजार 289 रही। जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या 2 हजार 707 रही। इस कड़ी में तीसरा नंबर प्रयागराज का रहा। कभी यहां हजारों में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़कर अब करोड़ों में पहुंच गई है। बात हो रही 2023 के जनवरी से सितम्बर महीनों में आने वाले पर्यटकों की संख्या के बारे में। अयोध्या में इन नौ महीनों में 2 करोड़ 3 लाख 64 हजार 347 सैलानी पहुंचे, जिनमें देशी पर्यटकों की संख्या 2 करोड़ 3 लाख 62 हजार 713 रही जबकि विदेशी पर्यटक पहुंचे 1 हजार 634। यहां एक बात और बता दें कि उन नौ महीनों में सबसे ज्यादा पर्यटक जनवरी से जुलाई महीने के बीच पहुंचे।
पर्यटकों की संख्या में हुई इस वृद्धि से ना सिर्फ सरकार के राजस्व में वृद्धि हुई है बल्कि हजारों लोगों के रोजगार में भी बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में एक बात तो आसानी से कही जा सकती है कि अगर इतनी भारी संख्या में सैलानी उत्तर प्रदेश में आ रहे हैं तो कहीं न कहीं उन्हें इस बात का विश्वास हो गया है कि अब उत्तर प्रदेश में न सिर्फ माहौल अच्छा हो गया है बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत हुआ है। साथ ही साथ पर्यटकों को केंद्र या राज्य की सरकार, व्यावहारिक रूप से यह समझाने में कामयाब हो गई है कि उत्तर प्रदेश में आने वाले सैलानियों को अब न डरने की जरुरत है और न ही उन्हें कोई असुविधा होने वाली है। बहरहाल जिस तरह से सैलानियों की संख्या में वृद्धि हुई है, उसे देखकर एक बात दावे के साथ कही जा सकती है कि जिस दिन अयोध्या का श्री राम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जायेगा,, उस दिन उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा पर्यटकों की मेजबानी करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
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